उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक शादी समारोह में मेहमानों को खाने की प्लेट लेने की अनुमति देने से पहले एक अजीबोगरीब घटना सामने आई। किसी राजनीतिक कार्यक्रम, स्टेज शो आदि में प्रवेश के लिए पास जारी होने की बात तो सुनी होगी, लेकिन शादी समारोह में आधार कार्ड दिखाकर प्रवेश देना शायद नहीं सुना होगा। अमरोहा के हसनपुर क्षेत्र में बरातियों को शादी समारोह में प्रवेश के लिए आधार कार्ड दिखाना पड़ा। इसके पीछे कारण दो बरात आना बताया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया में यह मामला प्रसारित हो रहा है।
21 सितंबर को हसनपुर में आदमपुर क्षेत्र के दो गांवों से अलग-अलग बरात आई थीं। वधू पक्ष के दरवाजे पर दोनों ही बरात कुछ मिनट के अंतराल में पहुंचीं। दोनों का घर भी पास-पास ही था। दूसरी बरात के लोग समारोह में न आ जाए और खाना खत्म न हो जाए। इसके लिए एक परिवार ने समारोह में प्रवेश के लिए आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य कर दिया। प्रवेश द्वार पर वधु पक्ष के कुछ लोग खड़े हो गए, वह आधार कार्ड देखकर ही प्रवेश देने लगे। जिनके पास आधार कार्ड नहीं था, उनकी पहचान के लिए दूल्हे के स्वजन को खड़ा कर दिया गया। इसका कुछ बरातियों ने विरोध भी किया।
कई वास्तविक मेहमान जो बिना आधार कार्ड के आए थे, उन्होंने इसे अपमान के रूप में देखा और बिना खाए ही कार्यक्रम स्थल से चले गए। कई अन्य जिनके पास आधार कार्ड थे, उन्होंने अंदर जाकर भोजन का आनंद लिया। इसका एक वीडियो प्रसारित हुआ है। इसपर कमेंट भी किए जा रहे हैं। एक पोस्ट पर लिखा है कि वाह रे हसनपुर वालों तुम्हें इक्कीस तोपों की सलामी!हालांकि दूल्हन पक्ष ने ऐसा करने से इन्कार किया है। उनका कहना है कि कुछ शरारती तत्वों ने जानबूझकर वीडियो बनाकर प्रसारित किया है।