मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशियों का चेहरा साफ कर दिया है। भाजपा की दूसरी सूची में प्रदेश की शेष पांच सीटों पर भी प्रत्याशी घोषित कर दिए गए। इनमें दो मौजूदा सांसदों का टिकट काटकर महिलाओं को प्रत्याशी बनाया गया है। इसके विपरीत कांग्रेस अभी तक केवल 10 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर पाई है। प्रदेश में संगठन स्तर पर कांग्रेस अभी कमजोर दिख रही है। ऐसे में प्रत्याशी चयन में कांग्रेस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। चुनाव से पहले ही भाजपा के मुकाबले कांग्रेस पिछड़ी नजर आ रही है।
अधिसूचना जारी होने से पहले ही भाजपा ने सभी 29 सीटों पर प्रत्याशियों को उतार कर लोकसभा चुनाव में मनोवैज्ञानिक रूप से बढत बना ली है. भाजपा ने इंदौर से शंकर लालवानी और उज्जैन से अनिल फिरोजिया को फिर अवसर दिया है। छिंदवाड़ा में कांग्रेस के नकुल नाथ के विरुद्ध विवेक बंटी साहू प्रत्याशी बनाए गए हैं। भाजपा ने आदिवासी सीट धार से मौजूदा सांसद छतर सिंह दरबार का टिकट काटकर सावित्री ठाकुर को उतारा है तो बालाघाट से सांसद ढ़ाल सिंह बिसेन की जगह डा. भारती पारधी को टिकट दिया गया है। इससे पहले भाजपा ने दो मार्च को पहली सूची जारी कर 24 प्रत्याशी घोषित किए थे। इनमें चार महिलाएं, नौ ओबीसी प्रत्याशी, तीन अनुसूचित जाति के और पांच अनुसूचित जनजाति के प्रत्याशी शामिल थे। इनमें नौ प्रत्याशी पहली बार मैदान में हैं।
कांग्रेस ने अभी तक केवल 10 प्रत्याशियों के नाम की ही घोषणा की है। 18 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम फिलहाल रोके गए हैं, जिनमें से एक सीट खजुराहो कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को दे दी है। कांग्रेस की दूसरी सूची में मध्य प्रदेश से 10 सीटों के प्रत्याशियों के नाम हैं। भिंड से फूल सिंह बरैया, टीकमगढ़ से पंकज अहिरवार, सतना से सिद्धार्थ कुशवाहा, सीधी से कमलेश्वर पटेल, मंडला से ओंकार सिंह मरकाम, छिंदवाड़ा से नकुलनाथ, देवास से राजेंद्र मालवीय, धार से राधेश्याम मुवेल, खरगोन से पोरलाल खरते, बैतूल से रामू टेकाम हैं। कांग्रेस को अपने बाकी 18 सीटों पर प्रत्याशी चयन करने को लेकर मशक्कत करनी पड़ रही है। दरअसल, पिछले कई दिनों से पार्टी में चल रही भागम-भाग के चलते संगठन नेतृत्व को भी प्रत्याशी चयन करने में समस्या आ रही है। हालांकि कांग्रेस का मानना है कि इस बार प्रत्याशियों के चयन में पार्टी नए चेहरों को मैदान में उतारेगी।
मध्य प्रदेश में भाजपा वंचित वर्ग में महिला प्रतिनिधित्व बढ़ा रही है। इसका एक उदाहरण प्रदेश की 29 में से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित 10 में से चार सीटों पर महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है। इनमें रतलाम से अनिता नागर सिंह चौहान, धार से सावित्री ठाकुर और शहडोल से हिमाद्री सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इसी तरह अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सुरक्षित चार में एक संसदीय सीट भिंड से संध्या राय को प्रत्याशी बनाया है। वह वर्तमान में इसी सीट से सांसद है। अब देखना होगा कि लोकसभा चुनाव की तैयारी में पीछे चल रही कांग्रेस कब तक अपने बाकी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करती है।