चंद्रयान 3 ने आखिरकार चांद का दरवाजा खटखटा दिया। अब सभी को उसके प्रवेश और लैंडिंग का इंतजार है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) ने 14 जुलाई को चंद्रयान 3 को रवाना किया गया। यह अब तक करीब दो-तिहाई दूरी तय कर चुका है। चंद्रयान 3 ने चंद्रमा की बाहरी कक्षा में प्रवेश कर लिया है। अब यह चंद्रमा के चारों तरफ 166 km x 18054 किलोमीटर की अंडाकार कक्षा में चक्कर लगाएगा।
इसरो ने चंद्रयान-3 को चंद्रमा के ऑर्बिट को पकड़ने के लिए करीब 20 से 25 मिनट तक थ्रस्टर्स ऑन रखा। इसी के साथ चंद्रयान चंद्रमा की ग्रैविटी में फंस गया। अब वह उसके चारों तरफ चक्कर लगाता रहेगा। चंद्रयान चांद के पांच चक्कर लगाएगा। फिलहाल पहले चक्कर में ये यान 40 हजार किमी वाले कक्षा में स्थापित होगा, इसके बाद कल 6 अगस्त को दूसरे 20 हजार वाले कक्षा और फिर 9 अगस्त को तीसरे में 5 हजार किमी वाले कक्षा में स्थापित होगा। इसके बाद चंद्रयान 14 अगस्त को चौथे कक्षा में 1000 किमी और फिर अतिम 16 अगस्त को 100 किमी वाले कक्षा में स्थापित होकर चक्कर लगाएगा।