नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के जरिए चौरी चौरा शताब्दी समारोह की शुरूआत की। उन्होंने इस मौके पर डाक टिकट भी जारी किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को कभी चौरा चौरी की घटना नहीं भूलनी चाहिए, अमर बलिदानियों ने देश के लिए अपनी जान दी है। उन्होंने कहा कि चौरी चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक थाने में आग लगाने की घटना नहीं थी, इससे एक बड़ा संदेश अंग्रेजी हुकूमत को दिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने बजट किसी पर भी कोई नया टैक्स नहीं लगाया है। उन्होंने कहा कि देश की तरक्की में किसानों ने अहम योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने मंडियों को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर फंड को बढ़ाया गया है।
-हर गांव, कस्बे में भी इलाज की व्यवस्था करने की कोशिश
अब देश का प्रयास है कि हर गांव, कस्बे में भी इलाज की ऐसी व्यवस्था हो कि हर छोटी मोटी बीमारी के लिए शहर की तरफ न भागना पड़े। इतना ही नहीं शहरों में भी इलाज कराने में तकलीफ न हो, इसके लिए भी बड़े फैंसले लिए गए हैं। अब देश का प्रयास है कि हर गांव, कस्बे में भी इलाज की ऐसी व्यवस्था हो कि हर छोटी मोटी बीमारी के लिए शहर की तरफ न भागना पड़े। इतना ही नहीं शहरों में भी इलाज कराने में तकलीफ न हो, इसके लिए भी बड़े फैंसले लिए गए हैं। किसान आगे बढ़ेंगे, आत्मनिर्भर बनें, इसके लिए पिछले 6 वर्षों में लगातार प्रयास किये गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर फंड को बढ़ाकर 40,000 करोड़ रुपये किया गया है। इसका सीधा लाभ देश के किसान हो होगा। ये सभी फैसले हमारे किसान को आत्मनिर्भर बनाएंगे, कृषि को लाभ का व्यापार बनाएंगे।
–देश की तरक्की में किसानों ने अहम योगदान दिया
किसानों को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। मंडियां किसानों के फायदे का बाजार बनें, इसके लिए 1,000 और मंडियों को ई-नाम से जोड़ा जाएगा। महामारी की चुनौतियों के बीच भी हमारा कृषि क्षेत्र मजबूती से आगे बढ़ा और किसानों ने रिकॉर्ड उत्पादन करके दिखाया। हमारा किसान अगर और सशक्त होगा, तो कृषि क्षेत्र की प्रगति और तेज होगी। देश की तरक्की में किसानों ने अहम योगदान दिया है। हमारी सरकार ने मंडियों को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर फंड को बढ़ाया गया है। भारत ने जिस तरह से इस महामारी से लड़ाई लड़ी है, उसकी तारीफ आज पूरी दुनिया में हो रही है। हमारे टीकाकरण अभियान से भी दुनिया के कई देश सीख रहे हैं।
कोरोना काल में भारत ने दुनिया को दवाइयां भेजीं
कई दिग्गज ये कह रहे थे कि देश ने बड़े संकट का सामना किया है इसलिए सरकार को टैक्स बढ़ाना ही पड़ेगा। लेकिन इस बजट में देशवासियों पर कोई बोझ नहीं बढ़ाया गया, बल्कि देश को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने ज्यादा से ज्यादा खर्च करने का फैसला लिया है।
आज भारत खुद कोरोना की वैक्सीन बना रहा है। दुनिया के बड़े बड़े देशों से भी तेज गति से टीकाकरण कर रहा है। भारत मानव जीवन की रक्षा के लिए दुनिया भर को वैक्सीन पहुंचा रहा है। तो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा को गर्व महसूस होता होगा।कोरोना काल में भारत ने दुनिया के 150 से ज्यादा देशों के नागरिकों की मदद के लिए दवाइयां भेजीं। भारत ने दुनिया के अलग अलग देशों से अपने 50 लाख से अधिक नागरिकों को स्वदेश लाने का काम किया। जब भारत ने अनेकों देशों के हजारों नागरिकों को सुरक्षित उनके देश भेजा।