चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि उनका देश रूस व यूक्रेन के बीच जारी मौजूदा संकट में मध्यस्थता करना चाहता है। बीजिंग में चीन की विदेश नीति व अंतरराष्ट्रीय संबंध विषयक पत्रकार वार्ता में यी ने कहा, ‘चीन शांति वार्ता के लिए सकारात्मक भूमिका निभाना को तत्पर है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करना चाहता है। चीन का मानना है कि इस तनावपूर्ण स्थिति में वार्ता जारी रखनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि ताइवान, चीन का अभिन्न् हिस्सा है और अंतत: वह अपनी मातृभूमि में समाहित हो जाएगा।
यी ने रूस को चीन का सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार बताया। उन्होंने चीन व रूस के संबंध को दुनिया के सबसे अहम द्विपक्षीय संबंधों में से एक बताया। यी ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य कितना भी खतरनाक क्यों न हो, हम अपना रण्ानीतिक दृष्टिकोण्ा बनाए रखेंगे और नए दौर में चीन-रूस की व्यापक साझेदारी को प्रोत्साहन देंगे। हमारे संबंध अटूट हैैं।” रूस, ताइवान पर चीन के दावों का समर्थन करता है, जबकि चीन नाटो के विस्तार संबंधी रूसी विरोध का समर्थक है।
यी ने आरोप लगाया कि अमेरिका क्वाड के रूप में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का एशियाई वर्जन बनाने का प्रयास कर रहा है। अमेरिका की पूर्वी एशिया व हिंद-प्रशांत क्षेत्र की नीति और जापान, आस्ट्रेलिया तथा भारत के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने का प्रयास क्षेत्र की शांति व स्थायित्व के लिए विनाशकारी साबित होगा। यी की यह टिप्पणी बताती है कि चीन एशिया की निर्विरोध ताकत बनना चाहता है और दक्षिण चीन सागर व हिमालयी क्षेत्र में विभिन्न् देशों द्वारा विरोध किए जाने से बौखला गया है। यी ने कहा कि अमेरिका को उत्तर कोरिया से भी संबंध बेहतर करना चाहिए।