राजनीति में कब कौन दल किसके साथ आ जाए, इसके बारे में कुछ भी कहना बहुत कठिन है। पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय में भी कुछ ऐसा होने जा रहा है। प्रतिद्वंद्वी भाजपा और कांग्रेस दोनों एक ही सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा बनने वाले हैैं। मेघालय में कांग्रेस के सभी पांचों विधायकों ने भाजपा समर्थित नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के नेतृत्व वाली मेघालय जनतांत्रिक गठबंधन (एमडीए) सरकार में शामिल होने की इच्छा जताई। कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की नेता मजेल अमपरीन लिंगदोह अपने विधायकों के साथ सचिवालय में मुख्यमंत्री कोनराड संगमा से मिलीं और उन्हें समर्थन पत्र सौंपा।
आइएएनएस के पास उपलब्ध पत्र में कहा गया है, ‘राज्य को आगे ले जाने और लोगों के हित के लिए हम आपको और एमडीए सरकार में शामिल होकर उसे मजबूती देना चाहते हैैं।” पत्र पर सभी पांचों विधायकों के हस्ताक्षर हैैं। लिंगदोह ने कहा कि उनका भाजपा से कोई लेना नहीं है। उन्हें इससे भी मतलब नहीं कि सरकार में कौन शामिल है और कौन नहीं। उन्होंने कहा, ‘उन्हें नहीं पता कि भाजपा गठबंधन में है या नहीं। हमने सरकार से यह नहीं पूछा है कि उसके सहयोगी दल कौन हैैं। मेघालय के विकास के लिए कांग्रेस विधायकों ने सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है।”
उन्होंने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया कि क्या एमडीए सरकार को समर्थन देने की घोषणा करने से पहले उन्होंने पार्टी हाई कमान से इसकी अनुमति ली थी। उन्होंने कहा कि हम पांच विधायक हैैं और राज्य के हित में फैसला लेने में सक्षम हैैं। लिंगदोह ने कहा कि वे सभी कांग्रेस में ही हैैं।