एक ताजा शोध में पाया गया है कि लंबे समय तक कोरोना संक्रमित रहे लोगों में संक्रमण के बाद छह महीने से एक साल तक सीने में दर्द होने का खतरा बढ़ सकता है। यह भविष्य में हृदय संबंधी जटिलताओं को जन्म दे सकता है। हालांकि मरीजों में दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी घटनाएं नहीं पाई गईं।
अमेरिका में इंटरमाउंटेन हेल्थ के शोधकर्ताओं ने हृदय संबंधी लक्षणों के लिए लगभग 1,50,000 रोगियों का अध्ययन किया। रविवार को अमेरिका के न्यू आरलियन्स में अमेरिकन कालेज आफ कार्डियोलाजी-2023 के वैज्ञानिक सम्मेलन में अध्ययन का निष्कर्ष प्रस्तुत किया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि पूर्व में चार सप्ताह या उससे अधिक समय तक कोरोना के लक्षणों का अनुभव करने वाले लगभग 19 प्रतिशत अमेरिकी व्यस्कों में संक्रमण के बाद छह महीने से एक साल तक सीने में दर्द की दर अधिक थी।
इंटरमाउंटेन हेल्थ में हृदय रोग विशेषज्ञ और अध्ययन की प्रमुख अन्वेषक हेइडी टी. मे ने कहा कि इंटरमाउंटेन हेल्थ ने रोगियों के तीन समूहों की तुलना की। हमने शुरुआती हल्के प्रारंभिक संक्रमण वाले मरीजों में दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी प्रमुख घटनाओं की कोई महत्वपूर्ण दर नहीं देखी। लेकिन सीने में दर्द को लगातार एक समस्या के रूप में पाया, जो भविष्य में हृदय संबंधी जटिलताओं का संकेत हो सकता है।