देश भर में ऐसे कई मंदिर हैं जहां देवी-देवताओं को फुल फल और प्रसाद के अलावा अलग-अलग तरह की चीजें चढ़ाये जाने की परंपरा है, लेकिन क्या आप ऐसी देवी के बारे में जानते हैं जिन्हें प्रसन्न करने के लिए कंकड़-पत्थर अर्पित किए जाते हैं। जी हां, एक ऐसा ही मंदिर बिलासपुर में है। यहां देवी मां को भोग और प्रसाद के रूप में नारियल या फल-फूल नहीं बल्कि कंकड़ और पत्थर का चढ़ावा चढ़ाया जाता है।
बिलासपुर शहर के खमतराई में देवी का ऐसा अनोखा मंदिर है, जहां माता सिर्फ 5 पत्थर के चढ़ावे से प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं। ह मंदिर है वन देवी का जिन्हें बगदाई माता के नाम से जाना जाता है। यहां आने वाले भक्त मां को अर्पण करने के लिए अपने साथ पत्थर लेकर आते हैं और मां भाव से अर्पण किए गए इन पत्थरों से ही प्रसन्न होकर मुराद पूरी करती हैं। मान्यता है कि इस अनोखी परंपरा का पालन सदियों से किया जा रहा है। यहां मन्नत मांगने वालों और दर्शनार्थियों का आगमन पूरे साल होता है, पर नवरात्रि में यहां आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ जाती है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि एक समय यह यहां बरगद के पेड़ों के बहुतायत थी। इसलिए माता को बगदाई के नाम से जाना जाता है। मंदिर में समय के अनुसार बदलाव होने पर भक्त फूल,माला और पूजन सामग्री भी लाने लगे हैं, पर प्रमुख रूप से माता को आज भी पांच पत्थर ही अर्पित किए जाते हैं।