दिव्यांग रोजगार सहायक पर घर में पानी भरने के बहाने नाबालिग बच्ची को घर में बंधक बनाकर अनाचार करने का मामला सामने आया है। पीड़िता और उसकी मां ने पेंड्रा थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 औऱ पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी रोजगार सहायक को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।
पुलिस के मुताबिक़, पैरों से दिव्यांग रोजगार सहायक संतोष कुमार केवट ने अपनी दिव्यांगता का फायदा उठाते हुए घर में पानी भरने के बहाने घर के सामने ही लगे हैंडपंप से पानी भरने के बहाने 10 साल की नाबालिग को बुलाया। जब नाबालिग पानी लेकर आई तो दिव्यांग संतोष केवट ने उसे दबोच लिया और अपनी हवस का शिकार बनाया। दिव्यांग संतोष केवट ने उससे कई बार दुष्कर्म किया। इस दौरान नाबालिग चीखती-चिल्लाती और रोती रही पर हवस में डूबे आरोपी ने उसकी एक न सुनी। शाम को जब पीड़िता घर पहुंची तो उसने अपनी मां को पूरी घटना की जानकारी दी। घर के अन्य सदस्य रोजी मजदूरी करने दूसरे प्रदेश गए हुए थे।
आरोपी रोजगार सहायक, पीड़िता की मां और उसकी बेटी को खुद को रोजगार सहायक होने की धमकी देते हुए मामले को दबाने की लगातार कोशिश करता रहा। इस दौरान पीड़िता और उसकी माँ को थाने ना जाने की धमकी भी देता रहा। यह घटना लगभग 20 दिन पुरानी है, लेकिन पीड़ित परिवार ने किसी तरह हिम्मत जुटा कर पेंड्रा थाने पहुंचकर पूरे मामले की शिकायत दर्ज करवाई। तब मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने तत्काल मामले पर संज्ञान लेते हुए पीड़िता की शिकायत पर दिव्यांग आरोपी रोजगार सहायक संतोष केवट के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया और न्यायालय में पेश किया जहा से उसे जेल भेज दिया गया है।