शराब हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, इससे हम सभी परिचित हैं। इसके अत्यधिक सेवन से कई बीमारियों का खतरा बना रहता है। इस बीच, एक नए अध्ययन में बताया गया है कि गर्भावस्था के दौरान शराब के सेवन से गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क विकास पर बुरा असर पड़ सकता है।
एमआरआई के एक नए अध्ययन के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान कम से मध्यम मात्रा में शराब का सेवन भी बच्चे के मस्तिष्क की संरचना को बदल सकता है और मस्तिष्क के विकास को बाधित कर सकता है। अध्ययन के निष्कर्ष अगले सप्ताह रेडियोलाजिकल सोसाइटी आफ नार्थ अमेरिका (आरएसएनए) की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत किए जाएंगे। आस्ट्रिया के वियना चिकित्सा विश्वविद्यालय में बायोमेडिकल इमेजिग एंड इमेज-गाइडेड थेरेपी विभाग में रेडियोलाजी के एसोसिएट प्रोफेसर व अध्ययन के वरिष्ठ लेखक ग्रेगर कैस्प्रियन ने कहा कि भ्रूण एमआरआइ एक विशिष्ट व सुरक्षित परीक्षण पद्धति है जो हमें जन्म से पहले मस्तिष्क की परिपक्वता के बारे में सटीक जानकारी देता है।
अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 24 भ्रूणों की एमआरआई जांच का विश्लेषण्ा किया, जिनमें प्रसव पूर्व शराब का जोखिम पाया गया। एमआरआइ के समय भ्रूण 22 से 36 सप्ताह के बीच के थे। अध्ययन के दौरान पाया गया कि 24 माताओं में से 17 माताओं ने अपेक्षाकृत कम शराब पी, फिर भी प्रसवपूर्व एमआरआई के आधार पर इन भ्रूणों में महत्वपूर्ण परिवर्तनों का पता चला। इससे इस बात को बल मिलता है कि गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन भ्रूण के विकास में बाधक है।