शराब का नशा सर पर ऐसा चढ़ा कि एक ग्रामीण खुद को शेर समझने लगा और हाथी के सामने जा पहुंचा। जब उसे पता चला की गांव में हाथी घुस आया है, तो अपनी जान बचाकर भागने बजाय चेतावनी दरकिनार कर वह लड़ने पर आमादा हो गया। वह हाथ में कुल्हाड़ी लेकर घर से बाहर निकला और सामने खड़ी मौत को ललकारने लगा। बौखलाए हाथी ने पटक-पटक कर वहीं उसकी जान ले ली।
घटना से गांव में दहशत व्याप्त है। नशे में बेकाबू होकर हाथी के कोप का शिकार होने की यह दर्दनाक घटना कोरबा जिला मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर कटघोरा वनमंडल के ग्राम पंचायत पनगवां की है। मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात गांव में एक लोनर हाथी घुस आया। वन परिक्षेत्र पसान के पनगंवा अंतर्गत खड़ियापारा में देर रात तीन बजे झुंड से अलग होकर घूम रहा एक लोनर दंतैल घुस आया।
गांव में हाथी घुसने की खबर आग की तरह फैली और कुछ लोग शोर मचाकर दूसरों का सावधान कर रहे थे। गांव के एक ग्रामीण ने इस मोहल्ले में जाकर घर से भागने के लिए आवाज लगाने लगा। उसकी आवाज सुनकर भी उस घर से कोई बाहर न निकला पर उसके पड़ोस में रहने वाले मोहर सिंह पिता रायसिंह गाड़ा (55) तैश में आ गया। बताया जा रहा कि वह शराब के नशे में धुत्त था और हाथी से भिड़ने की मंशा से घर में रखी कुल्हाड़ी लेकर वह बाहर निकलकर हाथी को ललकारने लगा।