मशरूम (कुकुरमुत्ता) और कोई भी खाने योग्य फंगस के सेवन से आपकी आंत सेहतमंद रहती है। खासकर तब जब आप पिज्जा-बर्गर जैसे पश्चिमी भोजन के आदी हों। चूंकि ऐसे फैटी और शुगर युक्त भोजन से लोगों में मोटापा बढ़ता है। वह टाइप-2 डायबिटीज, दिल संबंधी बीमारियों और कुछ प्रकार के कैंसर से पीड़ित हो सकते हैैं। अगर ऐसे भोजन से दूरी बनाए नहीं रख पाने की सूरत में भी आप भरपूर मशरूम खाएंगे तो जंक फूड से सबसे पहले प्रभावित होने वाली आंत चुस्त-दुरुस्त बनी रहेगी।
मैसेचुएट्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि अगर डाइट और लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव किया जाए तो इसका लाभ मिल सकता है। इससे उन लोगों के उपापचय (मेटाबालिज्म) पर भी असर पड़ता है। उससे संबंधित जीन ऐसे जानलेवा रोगों के विकास को प्रभावित करते हैैं। इसलिए शोधकर्ताओं ने मेटाबालिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए मोटापे से बचाव या इलाज के उपाय तलाशने शुरू किए।
न्यूट्रीशनिस्ट झेनुआ लियु ने बताया कि आंत की गड़बड़ियों को दूर करके पश्चिमी भोजन से होने वाले रोगों को रोका जा सकता है। शोध में पाया गया है कि एक दुलर्भ बैक्टीरियम ‘टुरुसीबैक्टर” उच्च वसा वाले आहार से जनित मोटापे को नियंत्रित कर सकता है। हालांकि इससे आनुवांश्ािक मोटापे पर काबू नहीं पाया जा सकता है। श्ाोध के मुताबिक पूरे विश्व में पाया जाने वाला धूप में सुखाया ओयस्टर मशरूम इस बैक्टीरिया से युक्त है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व हैैं, जो पश्चिमी भोजन में नहीं पाए जाते हैैं। इसमें फाइबर और विटामिन डी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।