LLB का अंग्रेजी में नाम बैचलर ऑफ लॉ है तथा लैटिन भाषा में “लेगम बेकालयुरेस” एलएलबी का संक्षिप्त नाम है। एलएलबी कानून से संबंधित पढ़ाई होती है। जिस भी छात्र ने LLB कोर्स पूरा कर लिया है वह बार काउंसलिंग ऑफ इंडिया (BCI) में स्वयं को पंजीकृत करने के बाद कानून का अभ्यास कर सकते हैं। आइए LLB course के बारे में और विस्तार से जानते हैं-
LLB क्या होता है?
एलएलबी की फुल फॉर्म ‘बैचलर ऑफ़ लॉस’ (Bachelor of Laws) है। एलएलबी एक अंडरग्रेजुएट डिग्री है जो कानून नियमों और विनियमों का एक समूह है जिसके अंदर कोई भी समाज या देश चलता है यानि कि संचालित होता है।
महत्वपूर्ण जानकारियां
LLB के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां नीचे दी गई है –
• LLB कोर्स 3 साल का होता है तथा इसे 6 सेमेस्टर में बांटा गया है।
• किसी भी स्नातक डिग्री के बाद एलएलबी 3 साल का कोर्स होता है।
• LLB की डिग्री के लिए स्नातक में न्यूनतम 45% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
• एल.एल.बी करने के लिए यह आवश्यक नहीं है कि 12th में कोई निश्चित सब्जेक्ट लिया जाए यह किसी यह किसी भी सब्जेक्ट को लेकर जैसे पीसीएम,पीसीबी, आर्ट्स या कॉमर्स किसी भी सब्जेक्ट के बाद यह किया जा सकता है परंतु यदि किसी छात्र ने प्रारंभ से लॉ करने का सोच रखा है तो उसे आर्ट्स लेना चाहिए।
• यदि कई छात्र बीकॉम/बीए/ बीएससी/बीटेक के बाद लॉ करने की इच्छुक है तो वह यह कोर्स कर सकते हैं।
• लॉ का कोर्स 5 साल का भी होता है परंतु उसे करने के छात्र कम इच्छुक होते हैं फिर भी प्रत्येक क्षेत्र में बेहतर परिप्रेक्ष्य के लिए 3 साल का ही कोर्स चयन करते हैं।
• एल.एल.बी के बाद एल.एल.एम. भी कुछ छात्र करते हैं। यह एलएलबी के बाद की पढ़ाई होती है।
• जो छात्र 5 साल के अध्ययन का चयन करते हैं उन्हें 5 साल के अध्ययन के बाद इंटीग्रेटेड लॉ डिग्री दी जाती है यह बीए एल.एल.बी, बीबी.ए.एलएल.बी., बी.कॉम. एलएल.बी,आदि में किया जाता है।
• b.a. एल.एल.बी में 10 सेमेस्टर होते हैं यह ट्वेल्थ लेवल के बाद किया जाता है।
लॉ कॉलेज में एडमिशन के लिए देना होगा एंट्रेंस एग्जाम-
जैसे ही आप 12 वी की परीक्षा पास करलेते है और इसके बाद आप लॉ यानि वकील बनने की पढाई करना चाहते है तो इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। भारत में आल इंडिया लेवल पर सीलेट (CLAT) एग्जाम लिया जाता है, जिसका पूरा नाम है कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (Common Law Admission Test) है। इस एग्जाम को देने के बाद आप लॉ कॉलेज में एडमिशन ले सकते है जो की पुरे 5 साल का कोर्स होता है। इस एंट्रेंस एग्जाम में एक कॉमन टेस्ट होता है सभी लोगो के लिए जो भी लॉ की पढाई करना चाहते है इसमें आपसे इंग्लिश , लॉजिकल रीजनिंग , लीगल एप्टी , गणित और जनरल अवेयरनेस के बारे में सवाल पूछा जाता है।
CLAT एंट्रेंस एग्जाम में बैठने के लिए आपको कम से कम 12 वी पास होना चाहिए। 50 प्रतिशत अंको के साथ इसके अलावा आपकी उम्र (Age) 20 वर्ष से ज्यादा नही होनी चाहिए तभी आप इस एग्जाम में बैठ सकते है ।
इस एंट्रेंस एग्जाम के अलावा कुछ और भी कॉलेज है जो आपको अलग से लॉ की पढाई करवाते है ये कॉलेज Symbiosis Law School, National Law University, Delhi and Jindal Global Law School है। ये सारे टेस्ट लॉ स्कूल एडमिशन काउंसिल (Law School Admission Council) के अंतर्गत आते है जिनके एग्जाम देके आप लॉ की पढाई कर सकतें हैं।
LLB के लिए स्पेशलाइजेशन
LLB की पढ़ाई करने के लिए स्पेशलाइजेशन जानना आवश्यक है। पढ़ाई में आपकी सहायता करने के लिए LLB स्पेशलाइजेशन नीचे दी गई है-
• राजनीतिक विज्ञान
• कानूनी तरीके
• मुकदमे की पैरवी
• विधिशास्त्र
• ठेके
• साक्ष्य का कानून
• बौद्धिक संपदा कानून
• कराधान का कानून
• बैंकिंग कानून
• अपराध
• कानूनी लेखन
• मानवाअधिकार और अंतरराष्ट्रीय कानून
• पर्यावरण कानून
• पारिवारिक कानून
• प्रशासनिक कानून
लॉ में करियर
LLB की पढ़ाई के बाद आप कौन से करियर का चयन कर सकते हैं उसकी सूची नीचे दी गई है-
• कनिष्ठ न्यायिक सहायक
• सहायक न्यायालय सचिव
• सहायक अभियोजन
• क्लर्क
• अन्य लॉ संबंधित पद
• उप विधिक प्रबंधक
• कानूनी सलाहकार
• बोर्ड में विधिक अधिकारी
• वरिष्ठ विधि अधिकारी
• लीगल जनरल मैनेजर
• लीगल एडवाइजर
• लीगल चीफ जनरल मैनेजर
• वरिष्ठ कानूनी अधिकारी
• लीगल अफसर
• सपथ आयुक्त
• फौजदारी अधिवक्ता
• सिविल अधिवक्ता
• पारिवारिक अधिवक्ता
• बीमा अधिवक्ता
• बैंक अधिवक्ता
• लॉ डिपार्टमेंट
• ऑफिस क्लर्क
• लेक्चरर