उत्तराखंड में एमबीबीएस की पढ़ाई जल्द ही हिंदी मीडियम में शुरू हो जाएगी। इसके लिए प्रदेश के चारों मेडिकल कॉलेज के छात्रों को फिलहाल मध्य प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में चल रहीं एमबीबीएस की किताबें उपलब्ध करवाई जाएंगी। हिंदी मीडियम में पढ़ाई की शुरुआत गृहमंत्री अमित शाह 10 नवंबर को करेंगे। बता दें कि एमबीबीएस में 60 फीसदी छात्र इंग्लिश मीडियम और 40 फीसदी छात्र हिंदी मीडियम के होते हैं। ऐसे में छात्रों को पढ़ाई में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
गौर हो कि मध्य प्रदेश की तर्ज पर एमबीबीएस में हिंदी पाठ्यक्रम लागू करने के लिए प्रदेश सरकार ने चार सदस्यीय कमेटी गठित की थी। इसके बाद दो सदस्यीय कमेटी गठित की थी। इसमें डॉ. सीएमएस रावत चेयरमैन और दून मेडिकल कॉलेज के ऑन्कोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दौलत सिंह मेंबर सेक्रेटरी थे। सीएमएस रावत, डॉ. दौलत सिंह, डॉ. एके सिंह और डॉ. एचएस पांडेय मध्य प्रदेश गए थे। मगर, उस समय वहां हिंदी किताबें उपलब्ध नहीं थीं। किताबें आने के बाद एनएचबी चिकित्सा शिक्षा विवि के कुलपति प्रो. हेमचंद्र पांडेय और दून मेडिकल कॉलेज के ऑन्कोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. दौलत सिंह मध्य प्रदेश गए। हिंदी मीडियम में पढ़ रहे मेडिकल छात्रों और शिक्षकों का अनुभव जाना तथा इनका फीडबैक लेकर रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। छात्रों को यह अनुमति रहेगी कि वह अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। हिंदी में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को भी अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा। हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के छात्र साथ बैठकर क्लास करेंगे।