कोरोना से संक्रमित हर आठवें व्यक्ति को लंबे समय तक परेशानी बनी रहती है। हाल ही में नीदरलैैंड में हुए एक अध्ययन में यह सामने आया है। यह अध्ययन लैैंसेट पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। शाेधकर्ताओं ने पाया कि संक्रमण से उबरने के तीन से पांच महीने बाद भी लोगों में कोरोना के लक्षण बने रहते हैं। ऐसा ज्यादातर उन लोगों में होता है जो कोरोना से गंभीर रूप से संक्रमित हुए थे।
अध्ययन के मुताबिक ऐसे लोगों को सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी, सांस लेते समय दर्द, मांसपेशियों में दर्द, स्वाद-सुगंध नहीं आने या हाथ और पांव में दर्द और थकान जैसी शिकायतें होती हैं। संक्रमण के तीन महीने बाद भी इन परेशानियों में कमी नहीं आती। सिरदर्द, आंखों में जलन, थकान, पीठ में दर्द और मिचली जैसी कुछ शिकायतें धीरे-धीरे कम हो जाती हैं।
नीदरलैैंड की ग्रोनिनजेन यूनिवर्सिटी की शोधार्थी अरंका बल्लेरिग के अनुसार इन लक्षणों का भविष्य के शोध के लिए बहुत महत्व है। इनका कोरोना से उबरने की बाद की स्थिति और गैर कोरोना लक्षणों के बीच अंतर करने में उपयोग किया जा सकता है।