तखतपुर क्षेत्र के छोटा मेडपार डीघोरा स्थित फिल इस्पात का विरोध के बाद भी विस्तार किया जा रहा है। विस्तार के विरोध के लिए आसपास के पंचायतों की बैठक हुई। इसमें इस्पात फैक्रीिर के विस्तारीकरण का विरोध करते हुए स्थानीय विधायक और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया।
विस्तारीकरण के लिए 2019 में जन सुनवाई की गई थी। इसमें लोगों के विरोध को देखते हुए विस्तार की योजना रद्द कर दी गई थी। मगर अब प्रशासनिक अधिकारी से गुपचुप तरीके मिलीभगत कर विस्तार करवा रहे हैं। ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं। तखतपुर के छोटा मेड़पार और आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे और फिल इस्पात के अवैध विस्तार का विरोध जताया।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों और कंपनी के मालिकों के बीच गुपचुप समझौते के चलते विरोध के बाद भी इस्पात संयंत्र का विस्तार किया जा रहा है। उनका कहना है कि 2019 में की गई जनसुनवाई में आसपास के 15 पंचायतों के ग्रामीणों ने विरोध जताया था। इसके चलते विस्तार को स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब बिना जनसुनवाई और पंचायतों की एनओसी के फिल इस्पात प्रबंधन द्वारा संयंत्र का विस्तार किया जा रहा है। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।
पंचायत के सरपंचों और ग्रामीणों ने बैठक के बाद कलेक्ट्रेट जाकर संयंत्र के विस्तार को रोकने के लिए ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया। सोमवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर के नाम सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपकर किया जा रहे अवैध विस्तार को रोकने की मांग की। साथ ही आरोप लगाया कि कंपनी धन बल का उपयोग करते हुए पर्यावारण संरक्षण मंडल कार्यलय से मिलीभगत कर पर्यावरण अनुमति प्राप्त कर कंपनी विस्तार का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। जबकि स्थानीय निवासी पहले ही इस कंपनी के कारण भंयकर पेयजल एवं पर्यावरण प्रदूषण घूल कोहरा और तापमान से परेशान है।
अब पावर प्लॉट संयंत्र का विस्तारीकरण 3.50 टीपी किलन 18 एम.जी डब्लू रोलिग मिल पावर प्लॉट का विस्तारीकरण बिना ग्राम पंचायत के अनुमति किया जा रहा है। यह हरित फसल क्षेत्र है और क्षेत्र में खेती बाड़ी ही लोगों का मुख्य व्यवसाय है। अगर वहां कंपनी का विस्तार किया जाता तो भूजल स्तर पर विपरीत प्रभाव के साथ प्रदूषण, विभिन्न प्रकार रोग का प्रकोप और भरी वाहनों के चलते दुर्घटना की संभावना बढ़ जाएगी। इसके चलते डिघोरा, मेंडपार मुरू, खरकेना, कबराकापा, बुटेना बिरकोना, सकरी और भावर के ग्रामवासी बुरी तरह प्रभावित होंगे।
तखतपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत छोटा मेडपार के डीघोरा ग्राम की है।
यहां दो दशक पहले फील इस्पात स्पंज आयरन फैक्टरी लगाई गई थी। फैक्टरी लगाने से पहले बहुत सारी शर्तो के साथ ग्रामीणों ने सहमति दी थी। इसके बावजूद फैक्टरी के द्वारा न पर्यावरण के मानक को लेकर कोई बेहतर काम किया गया है ना ही मानक को लेकर एक नोटिस बोर्ड लगाया गया है।