बक्सर जिले में रघुनाथपुर के नजदीक बुधवार रात को हुए हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 70 से अधिक घायल हो गए। इस बीच अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि हादसे के उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।बिहार के बक्सर जिले में रघुनाथपुर के नजदीक बुधवार रात को हुए ट्रेन हादसे को लेकर हुई प्रारंभिक जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। इस शुरुआती जांच रिपोर्ट में दिल्ली-कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने का संभावित कारण पटरियों में खराबी बताया गया है। सूत्रों ने यह बात प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के हवाले से कही है। बक्सर जिले में रघुनाथपुर के नजदीक बुधवार रात को हुए हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 70 से अधिक घायल हो गए। इस बीच अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि हादसे के उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।दिल्ली-कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के साथ हुए हादसे की जांच रिपोर्ट में दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन के ड्राइवर समेत छह रेलवे अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए है। इसमें कहा गया है कि ऐसा लगता है कि ट्रेन के 23 डिब्बों के बेपटरी होने की घटना पटरियों में खराबी के कारण हुई। दुर्घटना के कारण 52 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति का अनुमान लगाया गया है। इस हादसे में लोको पायलट आंशिक रूप से घायल हो गया था और उसके सहायक को गंभीर चोट आई है। खास बात यह है कि इस जांच रिपोर्ट में लोको पायलट के बयान को शामिल किया गया है। लोको पायलट ने बताया कि ट्रेन 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रघुनाथपुर स्टेशन से गुजरी थी। हालांकि इस स्टेशन सेक्शन को पार करते ही भीषण झटका लगा। अत्यधिक कंपन और भीषण झटके के चलते ब्रेक पाइप का दबाव अचानक कम हो गया और ट्रेन रात 9:52 बजे पटरी से उतर गई।प्रारंभिक रिपोर्ट में रघुनाथपुर स्टेशन के एक गेटमैन और एक प्वाइंटमैन के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने ट्रेन के पहियों के पास से चिंगारी निकलती देखी। रिपोर्ट में लोको पायलट और उसके सहायक का ब्रेथ एनालाइजर परीक्षण नकारात्मक बताया गया।