तमिलनाडु के मदुरै में कोरोना के डर से एक मां जोतिका ने अपने तीन साल के बेटे के साथ जहर पीकर जान दे दी। मृृृृतका की उम्र 23 साल के करीब बताई जाती है। अपनी मां लक्ष्मी के साथ रह रही थी।इस महिला के परिवार में कोरोना के डर से कुल पांच लोगों ने जहर पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। इनमें से तीन लोगों की जान तो बचा ली गई, लेकिन मां-बेटे को नहीं बचाया जा सका। वह अपने पति से अलग हो चुकी थी।
तमिलनाडु पुलिस के अनुसार जोतिका के पिता नागराज का दिसंबर में निधन हो गया था। इसके बाद से पूरा परिवार आर्थिक दबाव का सामना कर रहा था। जोतिका आठ जनवरी को कोरोना से संक्रमित हुई थी। इसकी जानकारी जब उसने अपनी मां को दी। इससे वे बुरी तरह घबरा गईं। इसके बाद परिवार के सभी सदस्यों ने जहर पी लिया। पड़ोसियों को अगले दिन इस बारे में पता चला। तब उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत सभी बीमारों को अस्पताल पहुंचाया। जोतिका और उसके बेटे को नहीं बचाया जा सका। इस घटना के बाबत मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच चल रही है।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग ने भी आम लोगों के लिए मशविरा जारी किया है कि वे कोरोना के संक्रमण की वजह से घबराएं नहीं। किसी तरह का अनुचित कदम न उठाएं। इसके बजाय संक्रमण की आशंका होते ही तुरंत डॉक्टर और अस्पताल से संपर्क करें और इलाज कराएं। इसका इलाज संभव है। जल्द मेडिकल मदद लेने वाले लोग जल्दी ठीक भी हो रहे हैं।