धमतरी के सोन्ढूर डैम से मुख्य नहर नाली को दूधावा डैम से पानी सप्लाई दी जाती है। इससे जहां नहर नाली में पिचिग कार्य नहीं करने से अब नहर का कटाव किसानों के खेतो को नहर में तब्दील कर रही है। यही नहीं कटाव साकरा से घठुला मुख्य मार्ग सडक को भी अपने चपेट में ले रही है। इसके अलावा गांव का धार्मिक स्थल भी कटाव के चलते पानी की भेट चढ रहा है।
ग्रामीणों में सडक और गांव के धार्मिक स्थल को बचाने कई बार शासन-प्रशासन से मांग की जा चुकी है। मगर, अब तक इस ओर सिचाई विभाग और सडक निर्माण विभाग ने ध्यान नहीं दिया। बारिश को मौसम सिर पर है। ग्रामीण को गाँव के धार्मिकस्थल व मुख्य मार्ग को बचाने चिन्ता सता रही है। गौर हो कि यह नहर बारिश के दिनों में लबालब भरा रहता है। इससे नहर के किनारे खेत डूबे रहते हैं और किसानों को भारी मुसीबत का सामना करना पडता है। अब कटाव के चलते नहर की गहराई भी खाई मे तब्दील हो रही, जिससे मवेशियों और किसानों को नहर पार करने भी सोचना पडता है।
नहर किनारे किसानों को बारिश में अपनी खेतों को कटाव से बचाने की चिन्ता सता रही है। बारिश में नहर कटाव के चलते आवागमन में भी भारी परेशानियों का सामना करना पडता है। मुख्य मार्ग मे सडक कटाव के चलते कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। सडक निर्माण विभाग द्वारा दुर्घटनाजन्य स्थल का सांकेतिक बोर्ड बस लगा दिया है।