छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के वनांचल गांव के ग्रामीण राशन दुकान के राशन पर निर्भर हैं। जब इन्हें राशन न मिले या राशन में कटौती हो तो रोज कमाने- खाने वाले लोग अपना पेट कैसे भरें? ऐसा ही एक मामला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र ग्राम पंचायत कटरा में सामने आया है। यहाँ शासकीय उचित मूल्य दुकान से चावल की मात्रा काट कर बांटी जा रही है।
इस खिलाफ ग्राम पंचायत कटरा के जनप्रतिनिधियों सहित ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। ग्राम पंचायत कटरा के सरपंच इंदुदेवी पाव सहित ग्रामवासियों ने राशन की हेराफेरी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि पिछले दो माह से ग्राम पंचायत कटरा के लोगों के राशन में कटौती की जा रहीं है।
ग्रामीणों ने भी कहा कि शासकीय उचित मूल्य दुकान का राशन वितरण करने का रवैया ठीक नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कभी चना और शक्कर नहीं देते हैं तो कभी चावल में कटौती करते हैं। शासकीय उचित मूल्य दुकान ग्राम पंचायत कटरा समूह पर समय से राशन वितरण ना करने के साथ, विक्रेता के इस मनमानी तरीके से ग्रामीण काफ़ी त्रस्त हैं। इस समस्या का निवारण के लिए ग्राम पंचायत कटरा सरपंच और पूरे ग्रामीण जनों ने अनुविभागीय राजस्व अधिकारी मरवाही और खाद्य विभाग से संबंधित अधिकारी से लिखित शिकायत की है।