भिलाई। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और प्रदेश सचिव के खिलाफ खुर्सीपार पुलिस ने धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। शहर के दो युवकों ने संयुक्त रूप से एक आवेदन दिया था। जिसमें छात्रावास अधीक्षक के पद पर तीन लोगों की नौकरी लगाने के नाम पर पांच लाख 35 हजार रुपये लेने का आरोप लगा था। तीन दिन पहले दिए गए आवेदन की जांच के तुरंत बाद खुर्सीपार पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। लेकिन, अभी तक आरोपित नेताओं की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। कांग्रेस के शासन में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ही प्राथमिकी दर्ज होने के बाद शहर में कई तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं।
उल्लेखनीय है कि खुर्सीपार निवासी अश्विनी कुमार कौशल और संतोषी पारा कैंप-2 निवासी भूपेंद्र कुमार देवांगन ने शनिवार को खुर्सीपार थाना में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मो. शाहिद और प्रदेश सचिव जुल्फीकार सिद्दीकी के खिलाफ आवेदन देकर ठगी का आरोप लगाया था। शिकायतकर्ता अश्विनी कुमार कौशल ने शिकायत पत्र में लिखा था कि कालेज में पढ़ने के दौरान उनकी पहचान मो. शाहिद से हुई थी। वर्ष 2016 में छात्रावास अधीक्षक के पद पर भर्ती निकली थी। तब मो. शाहिद ने अपनी ऊंची पहुंच के दम पर नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। तीन लोगों की नौकरी का सौदा 12 लाख रुपये में हुआ था। इसके बाद शिकायतकर्ता अश्विनी कुमार कौशल व उसके दो साथी भूपेंद्र कुमार देवांगन और सिंघनपुरी बेमेतरा निवासी मदन कुमार कौशल ने मिलाकर पांच लाख 35 हजार रुपये मो. शाहिद और जुल्फीकार सिद्दीकी को दिए थे। रुपये का लेनदेन शिकायतकर्ता अश्विनी कुमार कौशल के घर पर खुर्सीपार में हुआ था। भर्ती के परिणाम में तीनों का नाम न होने पर उन्होंने मो. शाहिद से संपर्क किया तो शाहिद ने तीनों के रुपये वापस लौटाने की बात कही। लेकिन, आज तक उनके रुपये नहीं मिले। जिसके बाद उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत की है।
शिकायत के बाद मो. शाहिद और जुल्फीकार सिद्दीकी के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। अभी मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।
- दुर्गेश शर्मा, टीआइ खुर्सीपार