भिलाई। श्रीशंकराचार्य कालेज की डायरेक्टर एक मीडिया हाउस में एडिशनल डायरेक्टर बनने के चक्कर में ठगी का शिकार हो गई। आरोपित ने फर्जी नियुक्ति पत्र देकर चैनल के इस्टैबलिशमेंट के नाम पर 49 लाख 61 हजार 175 हजार रुपये की ठगी कर ली। रुपये देने के बाद भी जब चैनल की शुरुआत को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं हुई तब चैनल की पड़ताल शुरू की गई। पड़ताल में पता चला कि आरोपित ने जो नियुक्ति पत्र भेजा था। वो फर्जी है और उस नाम का कोई चैनल भी शुरू नहीं हुई है। इसके बाद श्रीशंकराचार्य कालेज के डायरेक्टर के ससुर व समूह के चेयरमैन ने दुर्ग आइजी से इसकी शिकायत की। जिसकी जांच के बाद पुलिस ने आरोपित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस ने बताया कि श्रीशंकराचार्य इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस के चेयरमैन आइपी मिश्रा ने भोपाल निवासी आरोपित सत्येंद्र शुक्ला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोपित ने फरवरी 2017 में शिकायतकर्ता की बहू व श्रीशंकराचार्य कालेज की डायरेक्टर जया मिश्रा से संपर्क किया था। आरोपित ने खुद को बंधावीय समाचार चैनल का सीएमडी बताते हुए चैनल में रुपये निवेश करने पर कई गुना मुनाफा देने का झांसा दिया था। साथ ही आरोपित ने जया मिश्रा को चैनल का एडिशनल डायरेक्टर बनाने की भी बात कही थी। आरोपित की बातों में आकर जया मिश्रा रुपये लगाने के लिए तैयार हो गई। इस पर आरोपित ने जया मिश्रा के नाम एक नियुक्ति पत्र भेजा। जिसमें आरोपित ने जया मिश्रा को चैनल का एडिशनल डायरेक्टर नियुक्त करने की बात लिखी थी। इसके बाद जया मिश्रा ने आरोपित को चेक के माध्यम से 19 लाख 61 हजार 175 रुपये और 30 लाख रुपये नकद कुल 49 लाख 61 हजार 175 रुपये दिए। रुपये लगाने के काफी दिनों बाद भी जब चैनल शुरू नहीं हुआ तो उसके बारे में जांच शुरू की गई। जांच में पता चला कि आरोपित ने जो नियुक्ति पत्र दिया था। वो फर्जी था। साथ ही उस नाम का कोई चैनल भी नहीं चल रहा है। इसके बाद आइपी मिश्रा ने दुर्ग रेंज के आइजी से इसकी शिकायत की थी। जिसकी जांच के बाद आरोपित सत्येंद्र शुक्ला के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।