रायपुर। राज्य में पहली बार महिलाओं और बच्चों के लिए 50 बिस्तरों का ऐसा अस्पताल तैयार किया जा रहा है, जहां पर कैश काउंटर नहीं होगा। यानी जांच से लेकर इलाज तक पूरी तरह नि:शुल्क इलाज की सुविधाएं मिलेंगी। यह अस्पताल श्री सत्य साईं संजीवनी हास्पिटल नवा रायपुर में बनया जा रहा है। कंट्रक्शन का काम लगभग पूरा हो चुका है। जल्द ही अस्पताल को लोगों के लिए शुरू किया जाएगा। डॉ. श्रुति प्रभु ने बताया कि श्री सत्य साईं संजीवनी हास्पिटल में बच्चों के दिल की नि:शुल्क सर्जरी की जाती है। साल 2012 से अब तक देशभर के 8,395 बच्चों के दिल की सर्जरी कर उन्हें नया जीवन दिया गया है। इसके अलावा गर्भवती माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। निरामय बस्तर योजना के माध्यम से हमारी मेडिकल टीम दुर्गम इलाकों में जाकर महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कार्य कर रही है। देखा गया कि ग्रामीण क्षेत्रों गर्भवती माताओं व बच्चों के लिए बेहतर चिकित्सा सेवाओं की जरूरत यहां आज भी है। इसे लेकर श्री सत्य साईं संस्थान द्वारा 50 बिस्तरों का मदर एंड चाइल्ड हास्पिटल तैयार किया जा रहा है। ताकि क्षेत्र के ग्रामीण महिलाओं के साथ ही प्रदेश को इसका लाभ मिले।
सोनोग्राफी, एक्सरे जैसी सुविधाएं निशुल्क
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि 50 बिस्तरों के अस्पताल में महिलाओं और बच्चों का नि:शुल्क इलाज होगा। नॉर्मल व ऑपरेशन डिलीवरी, सोनोग्राफी, एक्स-रे, सीटी स्कैन, खून व हार्मोनल से संबंधित जांच समेत अन्य सुविधाएं होंगी। संस्थान का नवा रायपुर, हरियाणा व नवी मुंबई में अस्पताल है, जहां अब तक सिर्फ बच्चों के दिल की सर्जरी होती है। नया रायपुर में पहली बार यह सेवाएं शुरू हो रही है।
अब तक यह रही है अस्पताल की उपलब्धि
8,395 बच्चों के दिल की नि:शुल्क सर्जरी अब तक
1.8 लाख मरीजों की जांच ओपीडी के माध्यम से
निरामय बस्तर योजना के तहत सेवाएं
01 जनवरी 2021 से शुरू हुआ था
378 गर्भवती महिलाओं की निश्शुल्क जांच व इलाज
5686 बच्चों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच व इलाज
01 एक बच्चे की सर्जरी हुई स्क्रीनिंग के बाद
03 बच्चों के दिल की निश्शुल्क सर्जरी की तैयारी
वर्षवार बच्चों के दिल की सर्जरी