जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री व भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने प्रेस वार्ता लेकर भूपेश सरकार को जमकर घेरा है। केदार कश्यप ने आरोप लगाया है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी को देखते हुए देश की गरीब जनता को चावल दिया था। लेकिन छत्तीसगढ़ में मोदी जी का दिया हुआ चावल जनता तक नहीं पहुंचा। क्योंकि चावल को भूपेश सरकार खा गई है। कांग्रेस ने जो चावल की हेराफेरी की है उसे लेकर अब पूरे प्रदेश भर में असंतोष व्याप्त है। छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस सरकार आई है, यहां गुंडाराज स्थापित हो गया है। भाजपा, छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार से मांग कर रही है कि, सरकार अब प्रति क्विंटल के हिसाब से जनता को पैसे दें। केदार ने कहा कि, चावल हेराफेरी के मामले को लेकर भाजपा 7 और 8 अक्टूबर को प्रदेश के 12,980 राशन दुकानों में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना देगी। साथ ही 11 और 12 अक्टूबर को विधानसभा स्तर पर भी धरना दिया जाएगा। इस धरना के माध्यम से जनता को यह बताएंगे कि, उनके हिस्से का चावल छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने लिया है। केदार कश्यप ने यह भी कहा कि, छत्तीसगढ़ की एक भी राशन दुकान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर नहीं लगी है। जिस तरह से नरेंद्र मोदी अपनी तमाम योजनाओं से देश की जनता को लाभ पहुंचा रहे हैं, छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार उन योजनाओं को जनता तक पहुंचने नहीं दे रही है। भाजपाइयों का कहना है कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन मंत्री कवासी लखमा दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल पहुंचे थे। यहां उन्होंने गांधी जी की प्रतिमा का अनावरण कर शपथ लिया था कि, कांग्रेस सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलेगी। लेकिन उसी दिन युवा कांग्रेस के गुंडों ने बचेली के एक पिता के सामने उसके दो बेटों को घसीट-घसीट कर बेरहमी से मारा है। जो अपने आप में एक शर्म की बात है। लेकिन इस मामले में न तो कवासी लखमा ने कुछ कहा और न ही जिला प्रशासन ने कोई एक्शन लिया। आरोपियों पर कुछ छोटी-मोटी धाराओं को लगाकर पुलिस ने भी मामला रफा-दफा कर दिया। आज पूरे छत्तीसगढ़ की जनता किसी और से नहीं बल्कि कांग्रेस और उनके गुंडों से त्रस्त है। चाहे ग्रामीण अंचल की बात हो या शहरी इलाकों की बात हो सभी जगह कांग्रेस के गुंडे हावी हो रहे हैं। मंत्री लखमा को पहले लोगों को नहीं बल्कि अपने कांग्रेस के कार्यकतार्ओं को सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाना चाहिए। क्योंकि उन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। बचेली की घटना को लेकर कांग्रेस के विधायक मंत्री और गृहमंत्री को भी जवाब देना पड़ेगा। यदि इन कांग्रेस के गुंडों पर कार्रवाई नहीं होती है, तो भाजपा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने सड़क की लड़ाई लड़ेगी।
आस्था के पट बंद लेकिन गरबा चालू
केदार कश्यप ने कहा कि, दंतेवाड़ा में स्थित बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी का मंदिर इस शारदीय नवरात्र भी बंद कर दिया गया है। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सरकार के दबाव में प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। लेकिन उसी सरकार के कांग्रेसी कार्यकर्ता दंतेवाड़ा जिले में भव्य रुप से गरबा का आयोजन करवा रहे हैं। विडंबना यह है कि, इस आयोजन की अनुमति प्रशासन ने भी दे दी है। क्या गरबा के आयोजन में होने वाली भीड़ से कोरोना नहीं फैलेगा? सरकार के दबाव में प्रशासन अपना दोहरा रवैया अपना रही है। हमारी मांग है कि, नवरात्र में भक्तों की आस्था का ख्याल रखते हुए व कोरोना के नियमों का पूरी तरह से पालन करवाते हुए मां दंतेश्वरी का दरबार खोला जाए।
जनता से जुड़ी एक भी योजनाओं की कांग्रेस ने नहीं की शुरूआत
केदार कश्यप ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार को बने अब लगभग 3 साल हो गए हैं लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस की सरकार बस्तर का केवल नाम बदलने के अलावा और कुछ भी नहीं की है। अपने इन 3 सालों के कार्यकाल में कांग्रेस की सरकार ने बस्तर की जनता के लिए किसी तरह से कोई भी योजना की शुरूआत नहीं की है। स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों का हाल बेहाल है। मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेता केवल कुर्सी दौड़ में लगे हुए हैं। उन्हें जनता की कोई फिक्र नहीं है। बस्तर में जो भी विकास वर्तमान में नजर आ रहे हैं वह सभी भाजपा की सरकार के दौरान किए हुए हैं। लेकिन अब कांग्रेस की सरकार उनमें पेंटिंग, साफ सफाई तक नहीं करवा पा रही है।
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