रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में पुलिस ने अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके पास से अलग-अलग जिलों से चुराई हुई लगभग 20 बाइक भी बरामद की गई है। बताया जा रहा है कि इनमें से दो आरोपी पहले भी अन्य अपराधों में जेल जा चुके हैं। जेल में दोनों की दोस्ती हुई और वहीं से चोरी की प्लानिंग इन्होंने बनाई थी। फिर बाहर आकर बाइक चोरी करने लगे थे। शुक्रवार को पुलिस ने प्रेस वार्ता लेकर मामले का खुलासा किया। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। मामला कांकेर थाना क्षेत्र का है। पुलिस को जानकारी मिली थी कि कांकेर में पिछले कुछ दिनों से बाहरी लोग सस्ते दामों में लोगों को बाइक बेच रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर एसपी शलभ सिन्हा ने जिले के सभी थाना क्षेत्रों में जवानों की टीम बनाई और इस मामले पर नजर बनाए रखने को कहा। इस बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कोंडागांव का रहने वाला रजनु कोर्राम (35) और बीजापुर का राजेश एंड्रिक (30) शहर के आस-पास के इलाकों में बाइक बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने इन दोनों युवकों की तलाश कर पकड़ लिया। जिसके बाद जब इनसे बाइक के बारे में पूछताछ की गई और दस्तावेज मांगे तो इन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया। दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इनके साथ कांकेर के रहने वाले नरेश कावड़े (30) और राकेश हिडको (28) भी चोरी की वारदात में शामिल हैं। जवानों ने इन दोनों आरोपियों को इनके घर जाकर पकड़ लिया। इनके घर की जब तलाशी ली गई तो पुलिस ने वहां से अलग-अलग कंपनियों की करीब 8 से 10 बाइक बरामद की। साथ ही इन आरोपियों ने जिन्हें बाइक बेची थी उनसे भी बाइक बरामद की गई है। पुलिस ने चोरी की 20 बाइकों को बरामद किया है।
बस्तर के अलग-अलग जिलों से करते थे बाइक की चोरी
चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इन्होंने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे कांकेर जिले के अलावा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव समेत अन्य जगहों से भी बाइक चोरी किए थे। बाइक चोरी कर चेसिस नंबर और नंबर प्लेट बदल देते थे। जिसके बाद ग्रामीण इलाकों में अंजान ग्रामीणों को सस्ते दामों में बेचने का काम किया करते थे।
11 लाख रुपए की बाइक बरामद
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि रजनु और राजेश पहले भी अन्य मामलों में जेल जा चुके हैं। वहां दोनों की दोस्ती हुई थी। प्लानिंग बनाए और फिर बाहर आकर अन्य दो साथियों के साथ मिलकर चोरी करने लगे थे। सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इनके पास से अलग-अलग कंपनियों की करीब 11 लाख रुपए की 20 बाइक बरामद की गई है। कुछ बाइक मालिकों को बाइक लौटा भी दी गई है।