खाली हाथ आए खाली हाथ वापस चले जाओगे। आज तुम्हारा है कल किसी और का था। परसों किसी और का होगा। तुम जिसे अपना समझ कर मगन हो रहे हो। बस यही प्रसन्नता तुम्हारे दुखों का कारण है।
इस संसार में कुछ भी स्थाई नहीं है , ना ही सुख-दुख और ना ही जीवन मरण , सब एक प्रक्रिया है। जो खुशियां आज तुम्हारे पास है कल वह खुशियां किसी और के पास होगी। जिसे अपना समझ कर हम खुश होते हैं , वही खुशी कल दुख का कारण बनती है।









