
आत्मा अमर है। जो लोग इस आत्मा को मारने वाला या मरने वाला मानते हैं,
वे दोनों ही नासमझ है आत्मा ना किसी को मारती है और ना ही किसी के द्वारा मारी जा सकती है। इसी लिए कहा गया है कि आत्मा को शुध्द रखो। अगर आत्मा सच्ची है तो आप पूरी दुनियां जीत सकते हो।
न यह शरीर तुम्हारा है, न तुम शरीर के हो। यह अग्नि, जल, वायु ,पृथ्वी, आकाश से मिलकर बना है और इसी में मिल जाएगा।
परंतु आत्मा स्थिर है। अहंकार को अपने मन मे नहीं बैठने दो। यही एक वो बीमारी है जो शरीर के साथ साथ आत्मा को भी बीमार कर देती है।