केंद्र सरकार ने बायोलाजिकल ई को कोरोना रोधी कोर्बेवैक्स वैक्सीन की पांच करोड़ डोज खरीद का आर्डर दिया है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि जीएसटी को छोड़कर वैक्सीन की एक डोज 145 रुपये की पड़ेगी। यह दो डोज की वैक्सीन है। दूसरी डोज 28 दिन के अंतराल पर लगाई जाएगी। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि यह वैक्सीन किस आयुवर्ग के लाभार्थियों को लगाई जाएगी। परंतु, स्वास्थ्य मंत्रालय के टीकाकरण विभाग और टीकाकरण पर तकनीकी समूह के बीच सतर्कता डोज का दायरा बढ़ाने की संभावना पर विचार किया जा रहा है। अभी स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर और गंभीर रोगों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज लगाई जा रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड ने जनवरी के अंत में कोर्बेवैक्स के लिए बायोजालिकल ई को खरीद आर्डर दिया है। हैदराबाद स्थिति कंपनी द्वारा फरवरी के अंत तक वैक्सीन की सप्लाई शुरू कर देने की उम्मीद है।
खरीद आदेश में कहा गया है, ‘145 रुपये प्रति डोज और जीएसटी की दर से कोर्बेवैक्स की पांच करोड़ डोज की खरीद पर 725 करोड़ रुपये और जीएसटी लागत आएगी।”
आदेश के मुताबिक, ‘इस संबंध में बताया जाता है कि बायोलजिकल-ई लिमिटेड से कोर्बेवैक्स की खरीद के लिए एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड को दो जून 2021 के मंजूरी आदेश के तहत 1,500 करोड़ रुपये अग्रिम भुगतान के रूप में जारी किए गए हैं।”
टीकाकरण का दायरा बढ़ाने का फैसला वैज्ञानिक साक्ष्य पर : सरकार ने संसद को बताया है कि कोविड-19 टीकों की सतर्कता डोज और 15 साल से कम उम्र के बच्चों के टीकाकरण्ा के लिए पात्र लाभार्थियों की सूची का विस्तार करने का कोई भी निर्णय, उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्य की समीक्षा के आधार पर एनटागी (टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह) की सिफारिश्ाों के अनुसार होगा।
खरीद आदेश में कहा गया है, ‘145 रुपये प्रति डोज और जीएसटी की दर से कोर्बेवैक्स की पांच करोड़ डोज की खरीद पर 725 करोड़ रुपये और जीएसटी लागत आएगी।”
आदेश के मुताबिक, ‘इस संबंध में बताया जाता है कि बायोलजिकल-ई लिमिटेड से कोर्बेवैक्स की खरीद के लिए एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड को दो जून 2021 के मंजूरी आदेश के तहत 1,500 करोड़ रुपये अग्रिम भुगतान के रूप में जारी किए गए हैं।”
टीकाकरण का दायरा बढ़ाने का फैसला वैज्ञानिक साक्ष्य पर : सरकार ने संसद को बताया है कि कोविड-19 टीकों की सतर्कता डोज और 15 साल से कम उम्र के बच्चों के टीकाकरण्ा के लिए पात्र लाभार्थियों की सूची का विस्तार करने का कोई भी निर्णय, उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्य की समीक्षा के आधार पर एनटागी (टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह) की सिफारिश्ाों के अनुसार होगा।