नौतपा की भीषण गर्मी में तापमान के बढ़ने के साथ जल समस्या एक बिकराल रूप लेने लगी है। 44 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में हैंडपंप और कुएं सूखने लगे हैं। ग्रामीण अंचलों में जगह-जगह जल संकट नजर आने लगा है। लोग दूर-दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। यह समस्या विभाग की लापरवाही की वजह से पैदा हुई है और लोगों को जल संकट से लड़न पड रहा है।
पानी की समस्या दूर करने दो वर्ष पहले मरवाही ब्लाक के बंसीताल ग्राम पंचायत के पतेरा टोला मोहल्ला में पीएचई विभाग और क्रेडा द्वारा हैंडपंप पर सोलर एनर्जी के माध्यम से बड़े टैंक्स में जल संग्रहण कर लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जानी थी। ग्रामीणों का कहना है कि पूरा सिस्टम विभाग द्वारा बनाया जा चुका है। 2 साल पहले ही पूरी व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि टॉवर खड़ा कर दिया गया और पानी क़े टैंक्स बैठा दिए गए, लेकिन अब तक इससे लोगों को पानी नहीं मिल पाया है। महज एक कनेक्शन को ना जोड़ पाने की वजह से लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। शासन के पैसे का यह दुरुपयोग किया गया है। 2 वर्ष पहले लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए बनाया गया था, जिसे अब तक शुरू ही नहीं किया जा सका। विभाग लोगों को जलसंकट के बीच छोड़ चैन की नींद सो रहा है।