छत्तीसगढ में विधानसभा चुनाव को लेकर शंखनाद हो गया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल पूरे जोर-शोर के साथ चुनावी अभियान में जुट गए हैं। दोनों ही लगातार बैठक, सम्मेलन और प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से चुनावी रणनीति बना रहे हैं। वहीं चुनाव में दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। हालांकि प्रदेश में जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जैसी क्षेत्रीय पार्टी भी रणनीति बना रही है, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस में होना तय हो चुका है।
भाजपा-कांग्रेस में मुख्य मुकाबले के बावजूद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ चुनाव नतीजे को प्रभावित कर सकती है तो दूसरी ओर क्षेत्रीय से राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में उतर चुके है। धमतरी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने दावा किया कि छत्तीसगढ में तीसरा मोर्चा या फिर क्षेत्रीय दलो का कोई अस्तित्व नहीं है। कांग्रेस को आप एवं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से कोई नुकसान नहीं होगा। छत्तीसगढ में सिर्फ कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकबला होगा। पीसीसी चीफ ने दावा किया है कि प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी।