
महाकुंभ 2025 में दुनिया का सबसे बड़ा हेडकाउंट होगा जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। अब तक इनकी संख्या की गिनती करने की कोई सटीक तकनीक नहीं थी। एआई कैमरों से श्रद्धालुओं की एक-एक गिनती की जाएगी। इस तकनीक से 95 प्रतिशत तक सटीक अनुमान लगाया जा सकेगा। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का अनुमान 45 करोड़ है।
मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बताया कि महाकुंभ में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की काउंटिंग और ट्रैकिंग के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। मेला क्षेत्र के अंदर 200 स्थानों पर 744 अस्थायी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जबकि शहर के अंदर 268 स्थानों पर 1107 स्थायी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यही नहीं 100 से अधिक पार्किंग स्थलों पर 720 सीसीटीवी कैमरे इंस्टाल किए गए हैं।
श्रद्धालुओं के हेडकाउंट के लिए एआई कैमरों का वृहद स्तर पर उपयोग किया जा रहा है। यह कैमरे हर मिनट डाटा को अपडेट कर रहे हैं। पूरा फोकस घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं पर रहता है। यह सिस्टम भोर में तीन बजे से शाम सात बजे तक पूरी तरह एक्टिव रहता है, क्योंकि स्नान का प्रमुख समय यही माना गया है। इसके माध्यम से हेडकाउंट का 95 प्रतिशत तक सटीक अनुमान लगाया जा सकता है।