आयकर विभाग ने कांग्रेस को 1700 करोड़ रुपए का नया डिमांड नोटिस जारी किया है। यह डिमांड नोटिस 2017-18 से 2020-21 के लिए है। इसमें जुर्माने के साथ ब्याज भी शामिल हैं। नए नोटिस को लोकसभा चुनाव से पहले नकदी संकट से जूझ रही कांग्रेस के लिए झटका माना जा रहा है। एक दिन पहले 28 मार्च को ही दिल्ली हाईकोर्ट ने टैक्स असेसमेंट को लेकर दायर कांग्रेस की याचिका खारिज कर दी थी।
नोटिस मिलने के बाद अजय माकन ने दावा किया, ‘ हमें आयकर विभाग से 1823 करोड़ रुपए का भुगतान करने के लिए नोटिस आए हैं। ये पांच सालों के टैक्स का नोटिस है। वह तीन और सालों का बना रहे हैं। इस नोटिस में सीताराम केसरी के समय की 35 करोड़ की डिमांड भी शामिल है। उन्होंने कहा कि जिस मापदंडों के आधार पर कांग्रेस को जुर्माने के नोटिस दिए गए हैं, उन्हीं के आधार पर भाजपा से 4600 करोड़ रुपए की वसूली करनी चाहिए। माकन ने दावा किया कि 2017-18 में हमारे 14 लाख रुपए के वॉयलेशन के ऊपर भाजपा के आयकर विभाग ने 135 करोड़ रुपए कांग्रेस के बैंक खाते से छीनकर ले गए। 2017-18 में ही भाजपा को 1 हजार 297 लोगों ने करीब 42 करोड़ रुपए का चंदा दिया।
माकन ने कहा कि भाजपा ने इन लोगों का सिर्फ नाम लिखा और छोड़ दिया। इसके अंदर नाम और पता दोनों जानकारी देनी होती है। आयकर ने इस वॉयलेशन पर अपने आंख पर पट्टी लगा ली, लेकिन हमारे 23 सांसदों और विधायकों ने जो 14 लाख रुपए कैश दिए उसके बेस पर हमारे 135 करोड़ रुपए छीनकर ले गए, जबकि हमने इसमें नाम पता सबकुछ बताया।