टेस्ट सीरीज में हार के बाद मेजबान टीम के हाथों वनडे सीरीज में भी हार का सामना करना पड़ा। जानेमन मलान और क्विंटन डिकाक के अर्धशतकों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने पार्ल में दूसरे वनडे मैच को सात विकेट से जीतकर तीन मैचों की वनडे सीरीज पर कब्जा जमाते हुए 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। रिषभ पंत ने 71 गेंदों में करियर की सर्वश्रेष्ठ 85 रनों की पारी खेली, जिससे भारत ने 50 ओवर में छह विकेट पर 287 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाया। लेकिन मलान और डिकाक की पारियों के आगे यह स्कोर बौना साबित हुआ। मलान ने 108 गेंदों पर आठ चौकों व एक छक्के की मदद से 91 रन बनाए, जबकि डिकाक ने 66 गेंदों पर सात चौकों व तीन छक्कों की मदद से ताबड़तोड़ 78 रन बनाए। इन दोनों की पारियों के दम पर दक्षिण्ा अफ्रीका ने 48.1 ओवर में तीन विकेट पर 288 रन बनाकर मैच और सीरीज अपने नाम कर लिए।
विराट कोहली ने टेस्ट सीरीज में हार के बाद टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी थी, जबकि इस दौरे के लिए चयनकर्ताओं ने पहले ही सीमित ओवर सीरीज के लिए रोहित श्ार्मा को कप्तान नियुक्त किया था। रोहित चोटिल होने की वजह से इस दौरे पर नहीं गए। ऐसे में कोहली की गैरमौजूदगी में एक टेस्ट और सीमित ओवर प्रारूप में केएल राहुल को कप्तानी करने का मौका मिला। राहुल की कप्तानी में भारत को दूसरे टेस्ट में हार मिली और अब शुरुआती दोनों वनडे भी भारत उनकी कप्तानी में हार गया। अब जब यह चर्चा चल रही है कि टेस्ट प्रारूप का कप्तान किसे बनाया, जबकि दौड़ में रोहित के साथ-साथ राहुल भी श्ाामिल हैं तो राहुल की कप्तानी में दम नहीं नजर आ रहा। वह टीम को प्रभावित करने में असफल रहे हैं। वह दबाव में लग रहे हैं जिसका असर उनकी बल्लेबाजी में भी नजर आ रहा है।
लक्ष्य का पीछा करते हुए मलान और डिकाक ने दक्षिण्ा अफ्रीका को जोरदार श्ाुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 132 रन की साझेदारी की। इस साझेदारी को 22वें ओवर की अंतिम गेंद पर श्ाार्दुल ठाकुर ने डिकाक को एलबीडब्ल्यू आउट करके तोड़ी। यहां से मलान को कप्तान तेंबा बावुमा का साथ मिला। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी करते हुए स्कोर को 212 रन तक पहुंचाया। इस स्कोर पर जसप्रीत बुमराह ने मलान को बोल्ड कर न सिर्फ बावुमा के साथ उनकी साझेदारी तोड़ी, बल्कि मलान को श्ातक से भी वंचित कर दिया। जल्द ही बावुमा भी चलते बने। उन्हें अगले ओवर में युजवेंद्रा सिंह चहल ने अपनी ही गेंद पर लपका। इसके बाद एडेन मार्करैम और रासी वेन डेर डुसेन ने 74 रन की अटूट साझेदारी कर भारत के मंसूबों पर पानी फेर दिया। मार्करैम 41 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 37 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि डुसेन ने भी नाबाद 37 रन बनाए, लेकिन इसके लिए उन्होंने 38 गेंदें खेलीं और दो चौके जड़े।
इससे पहले टास जीतने के बाद कप्तान केएल राहुल एक छोर पर संभल कर बल्लेबाजी कर रहे थे तो वहीं दूसरे छोर पर श्ािखर धवन (38 गेंद में 29 रन) अच्छी श्ाुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके। मार्करैम ने धवन को आउट कर एक बार फिर भारतीय सलामी साझेदारी को तोड़ा। धवन और राहुल ने 63 रन की साझेदारी की। पूर्व कप्तान कोहली बिना खाता खोले ही केश्ाव महाराज की गेंद पर पदार्पण कर रहे सिसांडा मगला को आसान कैच थमा बैठे।
पंत ने क्रीज पर थोड़ा समय बिताने के बाद दक्षिण अफ्रीका के बायें हाथ के दोनों स्पिनरों केशव महाराज (1/52) और तबरेज शम्सी (2/57) के खिलाफ असानी से बड़े शाट लगाए। पंत और राहुल (79 गेंदों में 55 रन) ने 19 ओवर से भी कम में 115 रन की साझेदारी की। पंत ज्यादा आक्रामक रहे और उन्होंने मध्यम गति के गेंदबाजों और स्पिनरों के खिलाफ सहजता से रन बनाए। मगला (1/64) ने कप्तान राहुल को पवेलियन भेजा। शम्सी की गेंद पर एक और बड़ा शाट लगाने के चक्कर में पंत ने मिडआन में मार्करैम को कैच दे दिया। उन्होंने 10 चौके और दो छक्के जड़े। श्रेयस अय्यर (14 गेंदों में 11 रन) और वेंकटेश अय्यर (33 गेंदों में 22 रन) रन बनाने के लिए जूझते दिखे। पहले मगला और फेलुक्वायो (1/44) ने 33वें से 44वें ओवर तक भारतीय बल्लेबाजों को खुल कर नहीं खेलने दिया, लेकिन श्ाार्दुल (38 गेंद में नाबाद 40) और अश्विन (38 गेंद में नाबाद 40) ने समझदारी से बल्लेबाजी करते हुए टीम को प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचाया। दोनों ने 6.1 ओवर में 48 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचाया।