कानपुर । कानपुर में खेला गया पहला टेस्ट मैच बड़े ही रोमांचक अंदाज में बिना किसी नतीजे पर समाप्त हो गया। मैच में कीवी टीम के सामने 284 रनों का टारगेट था, लेकिन उसने अंतिम दिन डटकर बैटिंग करते हुए मुकाबले को ड्रॉ करा दिया। मैच को ड्रॉ कराने में डेब्यू कर रहे रचिन रवींद्र और एजाज पटेल ने बड़ी भूमिका निभाई। रचिन ने 91 गेंदें खेली, जबकि एजाज ने भी विकेट बचाते हुए 23 गेंदों का सामना किया। आखिरी विकेट के लिए इस जोड़ी ने कुल 52 गेंदों का सामना किया।
रचिन का जन्म 18 नवंबर 1999 को न्यूजीलैंड के वेलिंग्टन में हुआ था। उनके पिता का नाम रवि कृष्णमूर्ति और माता का नाम दीपा कृष्णमूर्ति है। न्यूजीलैंड में हट हॉक्स क्लब के संस्थापक रचिन रवींद्र के पिता रवि 1990 के दशक की शुरूआत में भारत से चले गए थे। वह पहले बेंगलुरु में रहते थे। वहीं, एजाज का जन्म 21 अक्टूबर 1988 को मुंबई में हुआ था। जब वे आठ साल के थे तो उनका परिवार न्यूजीलैंड शिफ्ट हो गया था। अंतिम सत्र के खेल में टीम इंडिया को जीत के लिए 6 विकेट चटकाने थे और कीवी टीम को मुकाबला ड्रॉ करने के लिए 31.5 ओवर बैटिंग करनी थी। भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी सत्र में कमाल का खेल दिखाया और 64.1 ओवर से लेकर 89.2 ओवर के बीच एक के बाद एक 5 विकेट चटकाए। हालांकि रचिन रवींद्र (4) और एजाज पटेल (2) ने 10वें विकेट के लिए 52 गेंदों पर नाबाद 10 रन जोड़कर भारत की जीत के सपने को पूरा नहीं होने दिया। जब भारतीय टीम आखिरी विकेट की तलाश में थी, तब कई बार खराब रोशनी के चलते मैच को रोकने पर अंपायरों को बातचीत करते देखा गया कुछ ओवर्स का खेल भी आगे बढ़ा, लेकिन अंत में कीवी टीम मैच ड्रॉ कराने में सफल रही। 76वें ओवर की आखिरी गेंद पर टॉम ब्लंडल के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की गई, लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया। कप्तान रहाणे और अश्विन ने लंबी बातचीत के बाद रिव्यू लिया और रीप्ले में नजर आया कि गेंद लेग स्टम्प मिस कर रही थी। ब्लंडल नॉटआउट रहे। मगर अश्विन ने इसके बाद अपने अगले ही ओवर में ब्लंडल (2) को बोल्ड कर टीम इंडिया को 7वीं सफलता दिलाई। काइल जेमीसन (5) का विकेट रवींद्र जडेजा के खाते में आया। न्यूजीलैंड का 9वां विकेट जडेजा ने साउदी (4) को आउट कर चटकाया। टी-ब्रेक के बाद पहले ही ओवर में अक्षर पटेल ने हेनरी निकोल्स (1) को एलबीडब्ल्यू कर कीवी टीम को 5वां झटका पहुंचाया। हालांकि निकोल्स ने डीआरएस लिया, लेकिन रीप्ले में नजर आया कि गेंद मिडिल-आॅफ स्टम्प को हिट कर रही थी और हेनरी आउट हुए। टीम अभी इस झटके से उबर भी नहीं थी कि जडेजा ने केन विलियम्सन (24) को एलबीडब्ल्यू आउट कर न्यूजीलैंड की कमर तोड़कर रख दी। लाथम ने शानदार बैटिंग करते हुए 138 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी की, लेकिन अर्धशतक के बाद ही अपना विकेट गंवा बैठे। लाथम (52) को अश्विन ने बोल्ड कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई। इस विकेट के साथ ही आर अश्विन टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज भी बन गए हैं। उन्होंने हरभजन सिंह (417) का रिकॉर्ड तोड़ा। रवींद्र जडेजा ने ठे का चौथा विकेट चटकाया। उन्होंने रॉस टेलर (2) को एलबीडब्ल्यू आउट किया। टेलर के विकेट के साथ ही टी-ब्रेक हो गया।
लंच के ठीक बाद पहली ही गेंद पर उमेश यादव ने विलियम सोमरविले (36) को आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। सोमरविले ने टॉम लाथम के साथ दूसरे विकेट के लिए 194 गेंदों पर 76 रन जोड़े। शुभमन गिल ने डीप फाइन लेग पर शानदार डाइव लगाते हुए विलियम का कैच पकड़ा। टीम इंडिया के लिए मैच में वापसी करने के लिए इस साझेदारी को तोड़ना बहुत जरूरी था। दूसरे विकेट के लिए सोमरविले और लाथम ने 31.1 ओवर तक बल्लेबाजी की। इसी के साथ ये जोड़ी भारत में चौथी पारी के दौरान दूसरे विकेट के लिए सबसे ज्यादा ओवर्स खेलने वाली दूसरी जोड़ी भी बन गई।