डीपफेक रोकने के लिए केंद्रीय आईटी मंत्रालय ने नए नियम तैयार किए हैं। इसके तहत अब जो भी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म इसका उल्लंघन करेगा। देश में उनके कारोबार पर रोक लगा दिया जाएगा। यह जानकारी आईटी मंत्रालय के अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म और अन्य स्टेकहोल्डर्स के बीच हुई दो बार मीटिंग हुई। इसमें तय हुआ कि इंटरनेट मीडिया डीपफेक कंटेंट को आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस के माध्यम से फिल्टर करने का काम करेंगे। डीपफेक कंटेंट डालने वालों पर केस दर्ज होंगे।
नए नियम के तहत फेक कंटेंट जहां अपलोड होगा। उस प्लेटफॉर्म को भी जिम्मेदार माना जाएगा। डीप फेक कंटेंट मिलते ही कोई भी प्राथमिकी दर्ज करवा सकता है। विक्टिम और उसकी तरफ से नियुक्त व्यक्ति को भी केस दर्ज कराने के अधिकार होंगे। इंटरनेट मीडिया यूजर्स से यह शपथ लेगा कि वह डीपफेक कंटेंट नहीं डालेगा। साथ ही ये प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स को इस संबंध में अलर्ट मैसेज देंगे कि सहमति के बाद ही यूजर अकाउंट एक्सेस कर सकेगा। इसके अलावा डीप फेक कंटेंट को 24 घंटे में हटाना होगा। जिस यूजर ने कंटेंट अपलोड किया है, उसका अकाउंट बंद कर सूचना दूसरे प्लेटफार्म का देनी होगी, ताकि आरोपी वहां अकाउंट न बना सके।