स्पाइसजेट और एअर इंडिया पर खराब मौसम में पायलटों की ड्यूटी लगाने में लापरवाही बरतने के मामले 30-30 लाख रुपये का जुर्माना लगा है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एसोसिएशन यानी डीजीसीए दोनों के खिलाफ ये कार्रवाई की।
डीजीसीए ने बताया गया कि दिसंबर 2023 में फ्लाइट्स के लेट, कैंसिल और डायवर्ट होने के डेटा का एनालिसिस किया गया था। इसमें पता चला कि कोहरे के कारण 25 से 28 दिसंबर के बीच दिल्ली एयरपोर्ट पर करीब 60 फ्लाइट्स लेट हुई थीं। इनमें सबसे ज्यादा एअर इंडिया और स्पाइसजेट की फ्लाइट्स थी। इसकी जांच में पता चला कि एअर इंडिया और स्पाइसजेट ने खराब मौसम के बावजूद सीएटी-3 की ट्रेनिंग ले चुके पायलट को ड्यूटी पर नहीं लगाया गया था। दोनों एयरलाइंस ने विमान उड़ाने की जिम्मेदारी उन पायलट्स को सौंपी, जिनके पास सीएटी-3 की ट्रेनिंग नहीं थी। इसके कारण फ्लाइट्स लेट और डायवर्ट हुईं।
सीएटी-3 यानी कैटेगरी-3 खराब मौसम में फ्लाइट्स की सुरक्षित लैंडिंग कराने का इंटरनेशनल स्टैंडर्ड है। इसमें एडवांस ऑटोपायलट, ग्राउंड इक्विपमेंट और प्रिसिशन इंस्ट्रूमेंट अप्रोच शामिल होता है। इसकी मदद से कम विजिबिलिटी के दौरान फ्लाइट की लैंडिंग कराई जाती है।