चीन की हेंकडी दूर करने वाले भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के 260 जवानों को केंद्रीय गृह मंत्री के ‘विशेष अभियान पदक” से सम्मानित किया गया। इन जवानों ने पूर्वी लद्दाख में चीन की सेना (पीएलए) के साथ हुए सैन्य गतिरोध के दौरान उत्कृष्ट सेवाएं दी थी। गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर विभिन्न राज्यों की पुलिस और केंद्रीय बलों के कुल 397 कर्मियों को यह पुरस्कार देने की जानकारी दी।
आइटीबीपी के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह पुरस्कार बल के जवानों को मई 2020 से इस साल फरवरी तक पूर्वी लद्दाख में उनके द्वारा दिखाए गए अदम्य साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए दिया गया। आइटीबीपी के 260 जवानों को पुरस्कृत किया गया है, जो किसी भी पुलिस बल को एक बार में मिलने वाला सर्वाधिक पुरस्कार है। पुरस्कार पाने वालों में लेह स्थित आइटीबीपी के उत्तर-पश्चिम फ्रंटियर के पूर्व कमांडर महानिरीक्षक दीपम सेठ भी शामिल हैं।
गाैर हो कि करीब 90,000 कर्मियों वाले आइटीबीपी का गठन 1962 में चीन की आक्रामकता के मद्देनजर हुआ था। भारत और चीन के बीच 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण्ा रेखा (एलएसी) की सुरक्षा की जिम्मेदारी मुख्यत: इसी बल की है। एलएसी पर इसकी कुछ चौकियां 18,800 फुट की ऊंचाई पर स्थित हैं।