दिल्ली के आइआइटीयन अविरल बेंगलुरु में कंप्यूटर इंजीनियर थे। वे 40 लाख का पैकेज छोड़कर जैन मुनि बनने का फैसला लिया है। इसी तरह मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के 19 वर्षीय ब्रह्माचारी स्वागत, पन्ना जिले से बृजेश, भोपाल के संजय और भिड से अंकुश 14 नवंबर को महातीर्थ सम्मेद शिखरजी में आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी से ज्ञानेश्वरी दीक्षा प्राप्त कर जीवन को मुख्य मार्ग की ओर लगाएंगे।
ये सभी ब्रहृाचर्य का पालन कर जैनेश्वरी दीक्षा के लिए वैराग्य के पथ पर जा रहे पांचों दीक्षा से 14 दिन पहले गया में रमना रोड स्थित जिनालय में सकल दिगंबर जैन समाज की ओर से बिनौली यात्रा सह गोद भराई समारोह का आयोजन किया गया। जैन समाज के लोगों ने पांच मुनि दीक्षार्थियों की बिनौली यात्रा में शामिल हो गोद भराई की रस्म पूरी की। कार्यक्रम के संचालनकर्ता ब्रह्माचारी पीयूष भैया ने बताया कि दीक्षा के बाद आचार्य द्वारा इन्हें नया नाम दिया जाएगा।
सम्मेद शिखर के दौरान पांचों का जत्था शहर में पहुंचा। जहां जैन समाज के लोगों ने श्रद्धाभाव से बग्घी में बैठाकर बैंड-बाजा और दिव्यघोष की धुन पर जैन मंदिर से बिनौली यात्रा निकाली। यात्रा कई मार्गो से होते हुए जैन मंदिर पहुंची। जैन धर्मावलंबियों ने पारंपरिक वेशभूषा में जयकारे लगाए। जिनालय में गोद भराई की रस्म में लोगों ने आत्मीयता के साथ सूखे मेवे और नारियल भेंट किए।