कोरोना संक्रमण से प्रभावित अमेरिका के प्रमुख शहर न्यूयार्क में कोरोनारोधी टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए हर तरह के उपाय किए जा रहे हैं। इसी कडी में टीका नहीं लगवाने पर लोगों को नौकरी से निकालने की धमकी भी दी जा रही है। इसका असर यह हुआ कि नौकरी जाने के डर से शिक्षकों, नर्सों और अन्य विभागों के हजारों कर्मचारियों ने टीके लगवा लिए। वहीं जिन लोगों ने इन्कार कर दिया उनकी नौकरी चली गई।
न्यूयार्क शहर के शिक्षा विभाग ने शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के लिए टीकाकरण के लिए आखिरी तारीख तय कर दी थी। उस समय तक टीका नहीं लगवाने पर नौकरी से हटाने की चेतावनी भी दी गई थी। जिन लोगों ने आदेश का पालन नहीं किया, उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा। शिक्षक जोसेफी वाल्डेज डेढ़ लाख कर्मचारियों वाले शिक्षा विभाग के उन चार प्रतिशत कर्मचारियों में थी, जिन्होंने विभाग का आदेश नहीं माना था।
इसी महीने वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी ने भी वैक्सीन लगवाने से इन्कार कर ने पर अपने र्शीष फुटबाल कोच और टीम स्टाफ के कई सदस्यों को बाहर कर दिया था। इसी तरह मैसेचुसेट्स में प्रांतीय पुलिस के 150 से ज्यादा अधिकारियों को टीका नहीं लगवाने पर अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। टीका नहीं लगवाने वालों के भी अपने-अपने तर्क हैैं। कोई इसे व्यक्तिगत पसंद और आजादी की बात बताता है तो कोई धर्म की आड़ लेकर बचना चाहता है। कुछ लोगों ने इसको लेकर डर भी जताया है। ऐसे लोगों का कहना है कि टीका बहुत कम समय में विकसित किया गया है और उसे लगवाना जान को जोखिम में डालने से कम नहीं है।