गरियाबंद । श्रावण मास के तीसरे रविवार को वातावरण बम भोले के नारों से गूंज उठा। भगवान शिव का जलाभिषेक करने को हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए कांवडिए भूतेश्वर नाथ पहुंच रहे थे। दोपहर बाद कांवरियों के आने से नगर केसरिया रंग से पट गया। बोलबम बोलबम के जयकारे से गरियाबंद शिवभक्तों की नगरी गूंज उठा। शनिवार देर रात से ही श्रद्धालुओं का जत्था नदियों से जलबोझी कर तीसरी सोमवारी पर जलाभिषेक के लिए नाचते-गाते पहुंचने लगे जो सोमवार तक चलता रहा। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन की उपस्थिति में मंदिर पुजारी के प्रथम पूजा के बाद रात में ही दर्शन पूजन के लिए पट को खोल दिया गया था। श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई थी, कतार में लगी महिलाएं जहां शिव नाच गा रही थी मौका था बाबा की नगरी भूतेश्वरनाथ धाम जाने का सावन की तीसरी सोमवारी को कांवर लेकर भूतेश्वरनाथ जाने वाले कांवडियों के जयकारों से रविवार सुबह से पूरा शहर भक्तिमय हो उठा था। राजिम त्रिवेणी संगम, रायपुर महादेवघाट, महासमुंद एवं राज्य के अन्य शहर से कांवरियों ने विधिवत पूजा -अर्चना कर जल को संकल्प करवा कर भूतेश्वर नाथ के लिए यात्रा शुरू की। रविवार को भूतेश्वरनाथ जाने वाले कांवरियों का सिलसिला सुबह 5 बजे से शुरू हो गया था। तीसरी सोमवारी होने के कारण कांवडियों की भारी भीड़ देखने को मिली। कांवडिए गरियाबंद से होते हुए भूतेश्वरनाथ धाम पहुंचते हंै जहां स्नान कर मंदिर में भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर दोबारा भूतेश्वर नाथ जाने के लिए जल को संकल्प करवा कर निकलते हैं। एक अनुमान है कि रविवार सुबह लगभग 20 हजार से अधिक महिला- पुरुष कांवर लेकर भूतेश्वरनाथ पहुंचे थे।
युवाओं की मित्रमंडली ने कुछ ऐसा किया झूम उठे शिवभक्त
गरियाबंद के युवाओं की मित्रमंडली ने सुबह भांडरे का आयोजन किया वहीं शाम में लाइटिंग से पूरे शिवलिंग को सरोबर किया और साथ ही डीजे से पूरे शिवालय में भक्तिमय संगीत का कार्यक्रम रखा गया। भोलेनाथ की बारात में शामिल हुए हज़ारों कांवडियों बारातियों के साथ शंकर पार्वती के वेशभूषा धारण किए शिवभक्तों की टोली बारात ऐसी जैसे सच में भोलेनाथ अपनी बारात ले कर चल रहे हों हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शिवभक्त कावडिय अलग अलग अंदाज़ में अपने भोलेनाथ से मिलने पहुंच रहे हैं। रविवार को छत्तीसगढ के अलावा पड़ोसी राज्य ओडिशा से भी श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए आए थे।