कोरबा। रामपुर पुलिस चौकी के पास भूस्खलन के कारण 10 फीट जमीन धंस गई है, जिसकी चपेट में 2 कार के अलावा कई वाहन भी आ गए। घटना की जानकारी होने पर यहां हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है। इस हादसे के मद्देनजर आसपास के क्षेत्र की पार्किंग बंद कराई गई है और वहां आवाजाही को बाधित किया गया है।
दरअसल, समय के साथ होने वाले बदलाव के कारण भौगोलिक क्षेत्रों की संरचना पर असर होता है। खनन क्षेत्रों में जमीन के बड़े हिस्से के धंसने की घटनाएं अलग-अलग मौके पर होते रहती हैं। जहां भी लंबे समय तक खनन होता है। वहां बहुत बड़े हिस्स इन कारणों से प्रभावित होते हैं। इसी बीच रामपुर पुलिस चौकी के पास भी भूस्खलन हुआ है।
कोरबा जिले में ऐसी घटनाएं भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में हो रही हैं। इनसे अलग हटकर कोरबा शहर के रामपुर पुलिस चौकी परिसर में जमीन का बड़ा हिस्सा धंस गया। यहां रखे कुछ वाहन तत्काल निर्मित गड्ढे में जा समाए। मामले की जानकारी होने पर पुलिस चौकी परिषद के कर्मचारी और आसपास के लोग सकते में आ गए। आनन-फानन में आसपास के इलाके को सुरक्षित किया गया। हादसे को लेकर पीजी कॉलेज में जियोग्राफी के प्राध्यापक बीएन सहाय ने बताया कि जिन स्थानों पर जमीन मजबूत नहीं होती और वहां काफी समय तक पानी की मौजूदगी होती है, वहां जमीन धंस जाती है। अध्यापक साय ने बताया कि मुख्य रूप से जमीन धंस जाने संबंधी घटनाएं खनन क्षेत्र के आसपास होती हैं, रिहायशी क्षेत्रों में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए लोगों को सतर्क रहना होगा। कोरबा शहरी क्षेत्र में वर्षों से खनन संबंधी कामकाज होता रहा है। इसके कारण यहां की भौगोलिक संरचना काफी हद तक प्रभावित हुई है। यही कारण है कि अभी भी इस क्षेत्र में निर्माण करने के लिए नगर निगम के साथ-साथ साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड से एनओसी लेना होता है। इसमें भी बड़ी बात यह होती है कि किसी तरह की दुर्घटना होने पर यह संस्थान ऐसे किसी मामले में जिम्मेदार नहीं होता।