जगदलपुर। नगर पालिक निगम द्वारा 36 लाख रुपये के अमानक डस्टबीन को 3 गुने दाम में खरीदने का आरोप नेता प्रतिपक्ष संजय पाण्डे ने पहले प्रेस वार्ता करके लगाया, उसके बाद निगम की सामान्य सभा मे भी इस मुद्दे पर महापौर को घेरा । महापौर ने सदन में ये तो स्वीकार किया कि डस्टबीन अमानक थी ,और इसलिए उसका भुगतान नहीं किया गया है पर इस पर चुप्पी साध गईं कि जो डस्टबीन बाजार में अधिकतम 22 से 2500 रुपये में मिल जाती है उसे वो 7000 रुपये प्रति डस्टबीन क्यों खरीद रहीं हैं। हालांकि सदन में हंगामे की वजह से ये विषय पर महापौर को कोई स्पष्टीकरण नहीं आ पाया पर मीडिया से बात करते हुये महापौर सफिरा साहू ने बताया कि सम्बंधित एजेंसी को अच्छी क्वालिटी के डस्टबीन प्रदाय करने के आदेश दे दिये गये हैं इसलिये टेंडर निरस्त नहीं किया जा सकता । महापौर यहां उल्टे नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लगाते हुये सप्लाई एजेंसी को नेता प्रतिपक्ष का करीबी बताया। इस पर नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे का कहना है कि यदि ठेकेदार मेरा करीबी है तो महापौर उसे ब्लैक लिस्टेड करने की बजाय और समय देकर उपकृत क्यों कर रही हैं । इसके बाद भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने भी डस्टबीन खरीदी पर घोटाले के आरोप लगाते हुये निगम और महापौर को घेरा। सुरेश गुप्ता ने कहा कि 2200 रुपये में मिलने वाले डस्टबीन को 7000 में खरीदने की कौन से मजबूरी है ? सुरेश गुप्ता ने महापौर से सवाल करते हुये क्या कि क्या वो अमानक डस्टबीन को वापस करेंगी । क्यों महापौर ने 11 लाख रुपये के डस्टबीन को 35 लाख में खरीदा। बीजेपी नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने महापौर पर निगम के पैसे से बंदरबाट का आरोप लगाया। फिलहाल डस्टबीन खरीदी महापौर के गले की फांस बनती नजर आ रही है ।