इटली के समुद्र में प्रवासी नाव टूटने से हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 65 हो गई। बचाव दल ने मंगलवार को समुद्र से एक और शव निकाला। सरकारी अधिकारियों ने संदिग्ध तस्करों की पहचान की है, जिन्होंने तुर्किये से इटली तक मौत का सफर के लिए प्रत्येक से आठ हजार यूरो (लगभग 8,500 अमरीकी डालर) का शुल्क लिया।
प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने प्रवासन संकट के जवाब देने के लिए त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए यूरोपीय नेताओं को पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र में जोर देकर कहा कि इससे गंभीरता से और मानवीय रूप से निपटने का एकमात्र तरीका प्रवासियों को खतरनाक समुद्री यात्रा पर अपने जीवन को जोखिम में डालने से रोकना है। नाव पर जितने अधिक लोग सवार होते हैं, उतने ही अधिक लोगों के मरने की आशंका होती है।
उन्होंने बताया कि 14 बच्चों सहित कम से कम 65 लोगों की मौत हो गई। रविवार तड़के लकड़ी की नाव इटली के कैलाब्रियन तट से कुछ सौ मीटर की दूरी पर उबड़-खाबड़ समुद्र में टूट गई। इस दुर्घटना में 80 लोग बच गए हैं। जीवित बचे लोगों ने बताया कि नाव में लगभग 170 लोग सवार थे, जब यह पिछले सप्ताह इजमिर तुर्किये से रवाना हुई थी। सहायता समूहों ने कहा कि कई यात्री अफगानिस्तान से आए थे, जिनमें पूरे परिवार शामिल थे। साथ ही पाकिस्तान सीरिया और इराक के नागरिक भी नाव में सवार थे। इटली की सीमा शुल्क पुलिस ने कहा कि क्रासिंग आयोजकों ने मौत की यात्रा के लिए प्रत्येक से आठ हजार यूरो( करीब 8500 अमेरीकी डालर) का शुल्क लिया था।