– 66 दिनों से कर रहे थे धरना प्रदर्शन
– सामूहिक इस्तीफे की भी की थी पेशकश
– मंत्री लखमा के आश्वासन पर हड़ताल वापस
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मनरेगा कर्मचारियों की गत 66 दिनों से जारी हड़ताल बुधवार को स्थगित कर दी गई है. मनरेगा कर्मचारी अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन पर थे.करीब 12 हज़ार कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफे की पेशकश भी की थी, जिसके बाद राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हुआ, मगर बुधवार को सरकार से मिले आश्वासन के बाद आज कर्मचारियों ने तीन महीने के लिए आंदोलन को स्थगित कर दिया है.
बताया गया कि आज सुबह मंत्री कवासी लखमा मनरेगा कर्मी के पास धरना स्थल पहुंचे थे. उन्होंने तीन माह के समय अवधि में मांग पूरी करने का आश्वासन दिया है. इसके अलावा बर्खास्त किए गए 21 सहायक परियोजना अधिकारी की भी बहाली का आश्वासन दिया गया है.
बता दें कि 21 सहायक परियोजना अधिकारी की सेवा समाप्ति के आदेश के बाद संघ के 12000 से अधिक कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद राजधानी रायपुर में वादा निभाओ रैली के माध्यम से बड़ा प्रदर्शन किया था. जिससे विभाग में हड़कंप मच गया था. अब प्रशासन की ओर से मिले आश्वासन के बाद तीन महीने के लिए हड़ताल स्थगित कर दी गई है.
अगर मांग पूरी नही तो फिर करेंगे आंदोलन- प्रवक्ता
महा संघ के प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने कहा कि मंत्री के आश्वासन के बाद हड़ताल स्थगित की गई है. आश्वासन के आधार पर फिलहाल हड़ताल को स्थगित कर रहे हैं. जॉब सिक्यॉरिटी और पंचायत नियमावली वाली ग्रेड पे की मांग पूरी करने का आश्वासन दिया गया है. निर्धारित समय में अगर मांग पूरी नहीं होती है, तो फिर से हम आंदोलन करेंगे.