विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन महीने में चौथी बार छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। इस बार उन्होंने बस्तर में दस्तक दी है। पिछले दो विधानसभा चुनावो में प्रदर्शन के लिहाज से यहां भाजपा लगातार कमजोर होती गई। 2018 के चुनाव में तो बस्तर की 12 में से महज एक दंतेवाड़ा की सीट ही जीत पाई थी। मगर, विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद हुए उपचुनाव में वह सीट भी हाथ से निकल गई। यानी आज बस्तर भाजपा के लिए जीरो लैंड है। प्रधानमंत्री मोदी की बस्तर यात्रा भाजपा के लिए सियासी संजीवनी साबित हो सकती है।
वर्ष 2003-04 और 2008 के चुनाव में भाजपा का बस्तर में खासा प्रभाव था। मगर, 2013 के चुनाव में भाजपा केवल 4 सीट ही जीत सकी। इसके बाद यहाँ भाजपा उभर नहीं पाई। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में तो महज एक सीट जीत पाई। बस्तर की 12 में से 11 पर कांग्रेस का कब्ज़ा हो गया। केवल दंतेवाड़ा की सीट पर भाजपा के भीमा मंडावी कमल खिला सके। बाद में लोकसभा चुनाव से पहले नक्सलियों ने विधायक भीमा मंडावी की हत्या कर दी। विधायक मंडावी की हत्या के बाद हुए उपचुनाव में इस सीट पर भी कांग्रेस का कब्ज़ा हो गया। इस समय बस्तर की सभी सीटों पर कांग्रेस का कब्ज़ा है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की कमान जहाँ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संभाल रखी है, वही प्रचार और एजेंडा सेट करने का जिम्मा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उठा रखा है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी तीन महीने में चौथी बार छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी 7 जुलाई को रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में सभा की। 14 सितम्बर को रायगढ़ में भाजपा की शंखनाद रैली को सबोधित किया। इसके बाद 30 सितम्बर को बिलासपुर में परिवर्तन महासंकल्प रैली में शामिल हुए। अब बस्तर में हुंकार भरकर विधानसभा चुनाव के मुद्दे तय कर गए। हालांकि बस्तर में भाजपा ने पहले से ही धर्मांतरण, स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी, टारगेट किलिंग, प्रधानमंत्री आवास में सुस्ती और बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर सरकार को घेर रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी से डरते हैं वाले बयान पर कहा कि पत्रकारों को जेल में डाल रहे हैं तो डरेंगे ही। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कुत्ते बिल्ली जितना नहीं घूमते, उससे ज्यादा एड और आईटी घूम रहे हैं। जो एक बार जेल चला गया तो जमानत ही नहीं होगा तो उनसे तो डरेंगे ही। उन्होंने कहा कि विरोध नगरनार प्लांट का नहीं कर रहे मगर प्लांट को शुरू करने से पहले डिश इन्वेस्टमेंट की लिस्ट में डाल दिया उसका विरोध है।
विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार छत्तीसगढ़ दौरा कर रहे हैं। साथ ही राज्य सरकार पर तीखा हमलाकर भाजपा के लिए जमीन तैयार करने का भी प्रयास कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजनीतिक पिच पर प्रधानमंत्री मोदी की धुआंधार पारी को प्रदेश भाजपा कितना भुना पाती है और छत्तीसगढ़ की जनता प्रधानमंत्री मोदी गारंटी पर कितना भरोशा करते हैं, इसका पता तो चुनाव परिणाम से चलेगा।