मुंबई। मदर्स डे यानी मां को समर्पित किया गया एक दिन। हालांकि मां को प्यार और सम्मान करना किसी एक दिन का मोहताज नहीं है, लेकिन अगर फिर भी साल में किसी एक दिन को खास मां को समर्पित किया गया है तो हमें उसे बड़े प्यार से मनाना चाहिए। मां हमारे असल जीवन में ही नहीं फिल्मी पर्दे का भी बड़ा अहम हिस्सा है। हिंदी सिनेमा की फिल्में बिना मां के किरदार के पूरी नहीं होती। मां के किरदार को फिल्मों में अलग-अलग तरह से पेश किया जाता है। कुछ अभिनेत्रियों ने मां के किरदार को इतनी बखूबी से निभाया कि पर्दे पर मां की बात हो तो इनकी छवि सामने उभर आती है। मदर्स डे के मौके पर हम आपको हिंदी सिनेमा की 10 ऐसी ही मां से मिलवाने वाले हैं, जिन्होंने पर्दे पर मां के किरदार को जीवंत कर दिया।
निरूपा रॉय
निरूपा रॉय ने 70 और 80 के दशक में लगभग हर हीरो की मां का किरदार निभाया है। रॉय को उस समय की सबसे पसंद की जानी वाली मां माना जाता था। उन्होंने ‘दीवार फिल्म में अमिताभ बच्चन और शशि कपूर की मां का किरदार निभाया था, जिसे लोग आज भी पसंद करते हैं। रॉय ने कई फिल्मों में अमिताभ बच्चन की मां का किरदार निभाया कि इन्हें बिग बी की फिल्मी मां के रूप में जाना जाता था।
दुर्गा खोटे
दुर्गा खोटे ने ऐसे दौर में हिंदी सिनेमा में कदम रखा जब महिलाओं के किरदार भी पुरुष निभाया करते थे। दुर्गा खोटे ने कई फिल्मों में मां का किरदार निभाकर अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। उन्होंने कई फिल्मों में प्यार और दुलार से भरपूर मां का किरदार निभाया। ऋषि कपूर की फिल्म ‘कर्ज में इन्होंने मां का किरादर निभाकर उसे यादगार बना दिया।
राखी
राखी ने अपने करियर में कई फिल्मों में काम किया, लेकिन ‘करण-अर्जुन फिल्म में उनके मां के किरदार को लोग आज भी याद करते हैं। फिल्म में दुर्गा सिंह का किरदार निभाकर उन्होंने एक मां के अटूट विश्वास को पेश किया था। मां जिसे विश्वास होता है कि उसके बच्चे अपने पिता के हत्यारे से बदला लेने जरूर आएंगे। उन्होंने ‘बाजीगर, ‘बादशाह सहित कई फिल्मों में मां का किरदार निभाया है।
अचला सचदेव
अचला सचदेव ने अपने करियर में कई फिल्मों मां और दादी का किरदार निभाया है। उन्हें इन्हीं किरदारों ने एक अलग पहचान दिला दी थी। अचला सचदेव ने ‘कभी खुशी कभी गम में शाहरुख खान और ऋतिक रोशन की दादी और ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे में काजोल की दादी का किरदार निभाते हुए भी देखा गया है।
फरीदा जलाल
फरीदा जलाल का नाम सामने आते ही ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे की काजोल की मां याद आ जाती है। उन्होंने कई फिल्मों में कभी भावुक तो कभी हंसमुख और मजाकिया मां का किरदार निभाया है। उन्होंने ‘कुछ कुछ होता है, ‘कभी खुशी कभी गम, ‘कहो ना प्यार है, जैसी कई फिल्मों में मां का किरदार निभाकर लोगों का दिल जीता है।
नरगिस
नरगिस ने ‘मदर इंडिया फिल्म में राधा का किरदार निभाकर लोगों के दिलों में अपने लिए खास जगह बना ली थी। फिल्म में नरगिस ने गांव की एक गरीब मां का किरदार निभाया था, जो अपने बच्चों का पेट भरने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती है।
रीमा लागू
रीमा लागू ने राजश्री प्रोडक्शन की ज्यादातर फिल्मों में मां का किरदार निभाया है। उन्होंने ‘कयामत से कयामत तक में जूही चावला की मां, ‘मैंने प्यार किया में सलमान खान की मां और ‘कल हो ना हो में शाहरुख खान की मां का किरदार निभाया था। इसके अलावा वह ‘हम साथ साथ हैं सहित कई फिल्मों और टीवी शो में भी मां के किरदार में दिखी थीं।
वहीदा रहमान
फिल्मों में हीरोइन बनने से लेकर वहीदा रहमान ने मां और दादी का किरदार भी निभाया है। ममता से भरपूर उनके किरदारों को लोगों ने भी काफी पसंद किया है। ‘कुली, ‘ओम जय जगदीश और ‘रंग दे बसंती जैसी फिल्मों में एक मां के किरदार में उनके अभिनय को काफी पसंद किया गया है।
किरण खेर
बॉलीवुड में किरन खेर ने मां के इमेज को चेंज करने में अहम रोल अदा किया है। चाहे वो फिल्म ‘दोस्ताना की कूल मदर हो या फिर ‘देवदास की एक कठोर, स्वाभिमानी मां। किरण खेर ने हर किरदार में जान डाल दी। ‘हम तुम में उन्होंने एक ऐसा मां का किरदार निभाया, जो दोस्त से कम नहीं है। किरण खेर को मां के रोल में काफी पसंद किया गया है।
जया बच्चन
फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाने से लेकर मां का किरदार निभाने तक जया बच्चन ने अपने अभिनय से सभी का दिल जीत लिया है। उन्होंने ‘हजार चौरासी की मां में एक ऐसी मां का किरदार निभाया था, जिसके बेटे को नक्सलियों ने मार दिया है। इसके बाद वह फिल्म ‘कभी खुशी कभी गम और ‘कल हो ना हो में भी मां का किरदार निभाती नजर आईं। ‘कल हो ना हो के लिए जया बच्चन को फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला था।