
लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे बल्लेबाज मुरली विजय ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने भारत के लिए दिसंबर, 2018 में आस्ट्रेलिया के विरुद्ध पर्थ में अंतिम टेस्ट मैच खेला था। मुरली ने 2008-09 सत्र में आस्ट्रेलिया के खिलाफ ही टेस्ट पदार्पण किया था। उन्हें गौतम गंभीर की जगह टीम में शामिल किया गया था।
विजय ने ट्वीट कर कहा, आज मैं विनम्रता के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा करता हूं। मैं क्रिकेट की दुनिया और इसके व्यावसाय से जुड़ी चीजों में नए मौकों की तलाश करूंगा। मेरा मानना है कि एक क्रिकेटर के रूप में यह मेरी यात्रा का अगला कदम होगा और मैं अपने जीवन में नए अध्याय की प्रतीक्षा कर रहा हूं। मुझे अवसर देने के लिए बीसीसीआइ, तमिलनाडु क्रिकेट संघ, चेन्न्ई सुपरकिग्स और केमीप्लास्ट सनमार को धन्यवाद देता हूं।
मुरली ने अपने प्रशंसकों का शुक्रिया करते हुए कहा, मैं आप सभी के साथ बिताए पलों को हमेशा याद रखूंगा और आपका समर्थन हमेशा मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है। आखिर में, मैं अपने परिवार और दोस्तों को मेरे करियर के दौरान बिना शर्त प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मुरली ने 61 टेस्ट मैचों में 38.28 की औसत से 3982 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 167 रहा और उन्होंने 12 शतक और 15 अर्धशतक लगाए। 17 वनडे में मुरली ने 339 और नौ टी-20 मैचों में 169 रन बनाए।










