कोविड ने एजुकेशन सिस्टम को बदल दिया. कोरोनाकाल में भारत में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे, तब छात्रों के लिए शिक्षा हासिल करना मुश्किल हो गया था। छात्रों के लिए उच्च शिक्षा जारी रखने का एकमात्र तरीका ऑनलाइन स्टडी बन गया। लाखों छात्रों ने अपने एक-दो साल बर्बाद करने के बजाय ऑनलाइन एजुकेशन को अपना लिया। नतीजा यह हुआ कि कई तरह के प्रोग्राम ऑनलाइन कराए जाना शुरू कर दिए गए, लेकिन अब इनमें से कुछ कोर्स पर रोक लगा दी गई है। गौर हो कि फरवरी 2024 से शुरू हो चुके एकेडमिक सेशन के लिए डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन लर्निंग कोर्स की पेशकश करने वाले सभी संस्थानों में दाखिले की आखिरी तारीख 31 मार्च है।
यूजीसी ने छात्रों के लिए डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) और ऑनलाइन लर्निंग (ओएल) कोर्स में दाखिला लेने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी है। साथ ही कुछ दिशानिर्देश भी जारी किए हैं कि डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन लर्निंग कोर्स में दाखिला लेने के लिए यूजीसी की पहली और सबसे अहम बात ये है कि आप जिस हायर एडुकेशनल इंस्टीट्यूट (एचइएलएस) से कोर्स करना चाहते हैं तो उसकी मान्यता चेक कर लें।
मान्यता दो तरह से चेक करनी है। क्या संस्थान को भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है? क्या संस्थान को डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन लर्निंग कोर्स कराने की अनुमति है? ध्यान रहे सभी मान्यता प्राप्त संस्थान ऑनलाइन कोर्स नहीं कराते हैं। आप यूजीसी की वेबसाइट ugc.gov.in पर जाकर चेक कर सकते हैं कि आपका चुना हुआ कॉलेज या यूनिवर्सिटी मान्यता प्राप्त है और उसे डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन लर्निंग देने की अनुमति है।
डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन लर्निंग कोर्स में दाखिला लेने से पहले छात्र जिस कॉलेज-यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते हैं उस संस्थान की वेबसाइट पर सभी जानकारी को ध्यान से पढ़ना चाहिए। सभी मान्यता प्राप्त कॉलेज और यूनिवर्सिटी को अपनी वेबसाइट पर कुछ जरूरी दस्तावेज अपलोड कराना अनिवार्य है। जैसे- यूजीसी को दिया गया आवेदन, हलफनामे, सरकारी अप्रूवल, रेगुलेटरी अप्रूवल आदि. छात्र कुछ संस्थानों को सरकार ने डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन लर्निंग कोर्स कराने की इजाजत नहीं दी है। ऐसे संस्थानों को ‘दाखिला नहीं’ वाली संस्था की कैटेगरी में रखा गया है।
यूजीसी ने कुछ डिग्रियां ऑनलाइन या डिस्टेंस लर्निंग मोड में मान्यता नहीं दी है। इंजीनियरिंग, मेडिकल समेत 18 सब्जेक्ट में ऑनलाइन या डिस्टेंस लर्निंग मोड में प्राप्त डिग्री मान्य नहीं होगी। इसके अलावा पीएचडी की पढ़ाई भी ऑनलाइन या दूरस्थ शिक्षा मोड में नहीं की जा सकती है। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में योग, टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी मैनेजमेंट प्रोग्राम की ऑनलाइन पढ़ाई पर भी रोक लगी है। इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, पैरा मेडिकल, डेंटल, एग्रीकल्चर, फार्मेसी, नर्सिंग, ऑक्यूपेशनल थेरेपी एंड अदर पैरा मेडिकल डिस्पिलीन , आर्किटेक्चर, हॉर्टिकल्चर,कैटरिंग, एविएशन, विजुअल ऑर्ट एंड स्पोर्ट्स, एयरक्रॉफ्ट मेंटीनेस, कैटरिंग टेक्नोलॉजी, होटल मैनेजमेंट, पाकशास्त्र, भौतिक चिकित्सा की पढ़ाई ऑनलाइन और डिस्टेंस लर्निंग मोड से नहीं हो सकती है।