समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक विशेषज्ञों ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर से बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की सूचनाओं को पूरी तरह से भ्रामक और गलत बताया है। एम्स में सामुदायिक चिकित्सा विभाग में प्रोफेसर संजय कुमार राय ने कहा कि कोरोना महामारी के सामने आने के बाद से ही गलत सूचना और दुष्प्रचार का अभियान चल रहा है। तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की सूचना पूरी तरह से गलत है। इसको लेकर कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।
ईएमए ने कहा, कोविशील्ड के लिए नहीं मिला आवेदन
एएनआइ के अनुसार यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने कहा है कि यूरोपीय संघ में कोविशील्ड को मंजूरी के लिए उसे सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया से अभी तक कोई आवेदन नहीं मिला है। ईएमए ने एक बयान में कहा कि मंजूरी देने के लिए कोविशील्ड का मूल्यांकन करना होगा। इसके लिए वैक्सीन उत्पादक कंपनी को औपचारिक रूप से आवेदन करना होगा।