आरोपी का भाई और पुत्र भी शासकीय जमीनों पर कर रहे खेती, कलेक्टर से की गई शिकायत
राजनांदगांव । ग्राम सिरसाही में पटवारी पर सरकारी जमीनों पर बेजा कब्जा करने की शिकायत कलेक्टर से की गई है। इतना ही नही नियमों को ताक में रखकर सरकारी जमीनों को अपने नाम पर कराकर नलकूप की खुदाई करने और लंबे समय से उक्त जमीनों में खेती करने का भी मामला सामने आया है। शिकायत मिली है कि, ठेलकाडीह से पास स्थित ग्राम सिरसाही में रायपुर जिले में पदस्थ एक पटवारी भीखवा राम साहू, उसके भाई दुर्जन राम साहू और पुत्र मुकेश साहू के द्वारा शासन को अंधेरे में और नियमों को ताक में रखकर शासकीय भूमियों पर गुप-चुप तरीके से कब्जा कर उसमें नलकूप खनन कर खेती कर रहा है। इतना ही नहीं उक्त आरोपियों द्वारा ग्राम सिरसाही, गातापार और आसपास क्षेत्र की शासकीय भूमियों को इसी तरह लगातार हथियाने और निजी उपयोग करने की भी शिकायत मिली है। कलेक्टर से की गई शिकायत में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि, पटवारी द्वारा ग्राम सिरसाही में अपने खसरा क्रमांक 732 से लगी शासकीय भूमि जिसका खसरा क्रमांक 681 है, पर अवैध रूप से बेजा कब्जा कर किया है। इतना ही नहीं पटवारी भीखवा राम साहू ने अपने पद का रौब दिखाते हुए और नाजायज फायदा उठाते हुए नलकूप का खनन भी करा लिया है और शासकीय भूमि को खेत बनाकर उसमें खेती भी की जा रही है। इसी प्रकार पटवारी के पुत्र मुकेश साहू द्वारा भी ग्राम सिरसाही में ही अपनी निजी भूमि खसरा क्रमांक-800/5 से लगी शासकीय भूमि खसरा क्रमांक-799 पर बेजा कब्जा कर नलकूप खनन कर फसल ली जा रही है। इतना ही नहीं पटवारी के भाई दुर्जन राम साहू ने भी अपने भाई के नक्शेकदम पर चलकर भाई के पटवारी होने का धौंस जमाते हुए निजी भूमि खसरा क्रमांक-467 को गांव में तारबंध बनाये जाने के दौरान, शासकीय भूमि खसरा क्रमांक-464/2 से तबादला कर लिया गया था। शासकीय भूमि को तो दुर्जन साहू ने अपने नाम दर्ज करा ही लिया है, निजी भूमि को भी छोडऩे तैयार नहीं है। इस प्रकार से पटवारी, उसके पुत्र और भाई तीनों ने ही शासन को अंधेरे में रखकर, गुपचुप तरीके से शासकीय भूमि पर अवैध रूप से बेजा कब्जा कर लिया है। जिससे शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाई जा रही है। उक्त शासकीय भूमि शासन की किसी अन्य महत्वपूर्ण योजना के काम आ सकती थी। बावजूद कब्जाधारी पटवारी और उसके परिजन कब्जा छोडऩे तैयार ही नहीं है। इसका अनुचित लाभ उठाते हुए ग्राम के अन्य किसानों को भी बल मिलेगा और वो सभी इनके अनैतिक कार्यों का अनुशरण कर शासकीय जमीनों पर अवैध और बेजा कब्जा करने लगेंगे।